कन्नौज: उत्तर प्रदेश का इत्र नगरी के नाम से मशहूर शहर, सिर्फ अपनी खुशबू के लिए ही नहीं बल्कि स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए भी जाना जाता है. यहां का गुलाब, केवड़ा और खस जैसे इत्र खाने-पीने के व्यंजन को एक अनोखा स्वाद देते हैं और लोगों को आकर्षित करते हैं. कन्नौज के मीठे पकवान जैसे पेड़ा, गुजिया और हलवा लोगों की पसंद बने हुए हैं, तो वहीं नमकीन स्नैक्स हर महफ़िल का जायका बढ़ा देते हैं. स्थानीय लोग मानते हैं कि यहां का स्वाद और सुगंध दोनों ही इस शहर की आत्मा हैं और कन्नौज को एक अद्वितीय शहर बनाते हैं.
कन्नौज में इत्र बनाने की परंपरा हजारों साल पुरानी है. यहां खस, गुलाब, केवड़ा और अन्य फूलों से तैयार किए गए इत्र न सिर्फ देश बल्कि विदेशों में भी बेहद पसंद किए जाते हैं. शादी-ब्याह हो, त्योहार या खास मौके, कन्नौज का इत्र हर उत्सव को खास बना देता है. यहां की गलियों में चलते ही एक ओर गुलाब और केवड़ा जैसे अनमोल इत्रों की खुशबू फैली मिलती है, तो दूसरी ओर दुकानों पर सजे मीठे और नमकीन व्यंजन हर किसी को खींच लाते हैं.
कन्नौज के इत्र व्यापारी निशीष तिवारी बताते हैं कि कन्नौज की यही अनोखी पहचान इसे पूरे भारत में खास बनाती है. यहां महक भी है और मज़ा भी. कन्नौज में बनने वाले कुछ ऐसे इत्र हैं जो खाने वाले व्यंजन को भी स्वादिष्ट बना देते हैं. कन्नौज में बनने वाले इन इत्रों की डिमांड भी जमकर होती है और यह हर महफ़िल की शोभा बढ़ा देते हैं. यही कारण है कि कन्नौज न सिर्फ खुशबूओं का शहर है बल्कि जायके और महक का अद्भुत संगम भी है.

