Uttar Pradesh

कंगना रनौत: उत्तर प्रदेश में उनके खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मामला चलेगा, लेकिन क्या है पूरा मामला?

कंगना रनौत पर यूपी में चलेगा राष्ट्रद्रोह का केस, क्या है वो पूरा मामला?

हिमाचल प्रदेश की सांसद और फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ आगरा में किसानों के अपमान और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में राष्ट्रद्रोह वाद दायर किया गया है. वादी अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने 11 सितंबर 2024 को इस केस की याचिका दाखिल की थी. कोर्ट ने कंगना द्वारा दायर रिवीजन याचिका को स्वीकार कर लिया है और अब इसी स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट में मामले की सुनवाई होगी.

कंगना रनौत पर आरोप है कि उन्होंने 26 अगस्त 2024 को दिए गए एक इंटरव्यू में ऐसे बयान दिए, जिससे किसानों और देशवासियों की भावनाएं ठेस पहुंची. कंगना ने कहा था कि किसान आंदोलन के दौरान रेप और मर्डर हुए और बिल वापसी न होती तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती थी. इसके बाद वादी अधिवक्ता ने कंगना पर राष्ट्रद्रोह का आरोप लगाते हुए याचिका दाखिल की.

वादी अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने बताया कि वे स्वयं किसान परिवार से हैं और 30 साल तक खेती-किसानी में लगे रहे. उन्होंने कहा, ‘कंगना ने हमारी और लाखों किसानों की भावनाओं को आहत किया है. उनके बयान से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का भी अपमान हुआ है.’ कंगना ने 7 नवंबर 2021 को एक बयान में कहा था कि आजादी तब मिली जब 2014 में नरेंद्र मोदी की सरकार सत्ता में आई. वादी का कहना है कि इससे महात्मा गांधी, सरदार भगत सिंह और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान की अवहेलना हुई.

कंगना रनौत ने दिए थे कई विवादित बयान

किसान आंदोलन के वक्त बीजेपी सांसद और एक्ट्रेस कंगना रनौत ने कई विवादित बयान दिए थे. अपने इन बयानों के कारण कंगना मीडिया ही नहीं बल्कि, सोशल मीडिया तक की सुर्खियों में छाई रही थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंगना ने आदोलनकारी किसानों की तुलना खालिस्तानी आतंकियों से तक कर दी थी. कंगना ने लिखा था, ‘खालिस्तानी आतंकवादी आज सरकार पर दबाव बना रहे हैं, लेकिन हमें एक महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को नहीं भूलना चाहिए. इंदिरा गांधी ने इन्हें अपनी जूती के नीचे कुचल दिया था.’

कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया और अगली सुनवाई के लिए 29 नवंबर 2025 की तारीख तय की. कोर्ट ने आदेश दिया है कि कंगना को उस दिन पेश होने के लिए तलब किया जा सकता है.

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