लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के लखनऊ स्थित आवास पर विरोध प्रदर्शन और पत्थरबाज़ी का मामला सामने आया है। इस घटना को लेकर पार्टी में आक्रोश है। सुभासपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर ने इस हमले पर नाराजगी जताते हुए इसे सुनियोजित गुंडागर्दी करार दिया है।
उन्होंने कहा कि कुछ अराजक तत्वों ने ओपी राजभर के आवास पर पत्थर फेंके और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। अरुण राजभर ने इसे न सिर्फ एक नेता पर हमला, बल्कि पूरे अतिपिछड़े वर्ग के अपमान के रूप में देखा है। उन्होंने कहा, ‘ओम प्रकाश राजभर जी को गालियां दी जा रही हैं, यह बर्दाश्त से बाहर है। एक अतिपिछड़े वर्ग के नेता के साथ ऐसा व्यवहार कहीं से भी उचित नहीं है। यह सीधी-सीधी गुंडागर्दी है और प्रशासन को ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।’
पार्टी ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है और साफ कर दिया है कि ऐसे हमलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह घटना उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर की छात्रों को लेकर की गई विवादित टिप्पणी के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को लखनऊ स्थित उनके आवास के बाहर प्रदर्शन किया और पुतला दहन कर नाराजगी जताई।
ABVP कार्यकर्ताओं का आरोप है कि श्री रामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय में छात्रों की समस्याओं को लेकर किए गए प्रदर्शन के दौरान पुलिस लाठीचार्ज में कई छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए थे। मंत्री ओपी राजभर ने आंदोलनरत छात्रों को “गुंडा” कहकर संबोधित किया, जो बेहद अपमानजनक और संवेदनहीन है।
सोमवार को ABVP ने विश्वविद्यालय में लॉ डिग्री की मान्यता से जुड़ी अनियमितताओं, दो छात्रों के अवैध निष्कासन, मनमानी फीस वसूली, ₹5000 का अवैध जुर्माना और स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित ‘सतत तिरंगा यात्रा’ के विरोध जैसे मुद्दों को लेकर प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के दौरान पुलिस की लाठीचार्ज में दो दर्जन से अधिक छात्र घायल हो गए थे।
ABVP के राष्ट्रीय मंत्री अंकित शुक्ल ने मंत्री की टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा कि ओपी राजभर सार्वजनिक रूप से माफी मांगें और राज्य सरकार उनसे तुरंत इस्तीफा ले। ABVP के अवध प्रांत के प्रांत मंत्री पुष्पेंद्र वाजपेयी ने कहा कि जब तक छात्रों की समस्याओं का समाधान नहीं होगा, तब तक ABVP का आंदोलन जारी रहेगा। आज के प्रदर्शन और पुतला दहन के जरिए हमने यह साफ कर दिया है।
ABVP की प्रमुख मांगें हैं कि मंत्री ओपी राजभर छात्रों और ABVP कार्यकर्ताओं से सार्वजनिक माफी मांगें, उत्तर प्रदेश सरकार उनसे तत्काल इस्तीफा ले, विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जांच हो और दोषियों पर कार्रवाई की जाए, और घायल छात्रों को न्याय और उचित इलाज उपलब्ध कराया जाए।
फिलहाल सरकार और मंत्री की ओर से इस विवाद पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।