टमाटर की खेती से किसानों को कम समय में अधिक मुनाफा मिल सकता है
टमाटर एक ऐसी सब्जी है जिनकी डिमांड मार्केट में 12 महीने रहती है. शादी-ब्याह के सीजन में तो टमाटर की खपत काफी अधिक हो जाती है. सलाद से लेकर चटनी बनाने तक टमाटर का उपयोग सबसे अधिक किया जाता है. यही कारण है कि शादियों के सीजन में मंदिरों में टमाटर के भाव काफी अधिक हो जाते हैं. ऐसे में टमाटर की व्यावसायिक खेती किसानों के लिए मुनाफे का एक बेहतरीन मौका बन सकती है. वैसे तो टमाटर की खेती के लिए जुलाई से सितंबर का महीना सबसे अनुकूल माना जाता है, लेकिन किसान यदि चाहे तो नवंबर के महीने में भी इसकी खेती कर सकते हैं.
टमाटर की व्यावसायिक खेती करने वाले किसान मनोहर सिंह बताते हैं कि नवंबर के महीने में टमाटर की खेती करने के लिए सबसे पहले बीज को उपचारित किया जाना आवश्यक होता है. बीज उपचारण के लिए मार्केट में कई तरह की दवाइयां उपलब्ध हैं, जिनका इस्तेमाल करते हुए बीज तैयार किया जा सकता है. इससे पौधों में रोग लगने की समस्या कम हो जाती है. अगर आप टमाटर के हाइब्रिड बीज का उपयोग करते हैं तो 1 हेक्टेयर खेत में टमाटर की बुवाई करने के लिए लगभग 200 ग्राम बीज की आवश्यकता होती है, वहीं सामान्य किस्म के लिए तकरीबन 700 ग्राम बीज चाहिए.
बीज और उपकरण तैयार करने के बाद बुवाई से पहले खेत की मिट्टी को सही तरह से तैयार करना बेहद जरूरी होता है. इसके लिए खेत की मिट्टी की 2 से 3 बार गहरी जुताई करते हुए क्यारियां बनानी जरूरी होती हैं. इसके बाद खेत में गोबर की सड़ी हुई खाद और वर्मी कम्पोस्ट मिलाकर इसका छिड़काव करें. इसके लिए लाइन से लाइन की दूरी लगभग 60 सेंटीमीटर होनी चाहिए और बीज से बीज की दूरी तकरीबन 40 से 45 सेंटीमीटर रखनी चाहिए.
टमाटर का पौधा बेहद लचीला होता है, ऐसे में इसकी अच्छी पैदावार के लिए आप इसे सपोर्ट देने के लिए तार और बांस का इस्तेमाल कर सकते हैं. तार और बांस की मदद से पौधे को सपोर्ट दिया जा सकता है, जिससे फसल की उपज बेहतर होती है. इस तरीके से की गई टमाटर की खेती से लगभग 3 महीने में बंपर उपज प्राप्त की जा सकती है और तगड़ा मुनाफा कमाया जा सकता है.

