Uttar Pradesh

उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में एक तेंदुए ने कई गांवों में आतंक फैला रखा था, जिसे पकड़ने के लिए अब उसे एक जंगल में बसाया जाएगा।

पीलीभीत टाइगर रिजर्व में तेंदुओं के कुनबे में एक और तेंदुआ की बढ़ोत्तरी होने जा रही है. पीलीभीत टाइगर रिजर्व प्रशासन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. सीतापुर के करीब 30 गांवों में आतंक मचाने वाले तेंदुए को आखिरकार पकड़ लिया गया है. रेस्क्यू के बाद अब उसे सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित करने की तैयारी चल रही है. वन विभाग ने उसके नए घर के तौर पर पीलीभीत टाइगर रिज़र्व के घने जंगलों को चुना है, जहां वह प्राकृतिक माहौल में रह सकेगा.

पीलीभीत. सीतापुर में 22 दिन से आंतक का पर्याय बने तेंदुआ को बुधवार सुबह रेस्क्यू कर लिया गया था. वन विभाग के बड़े अधिकारियों ने रेस्क्यू किए गए तेंदुआ को पीलीभीत टाइगर रिजर्व में छोड़ने के निर्देश दिए हैं. ऐसे में पीलीभीत टाइगर रिजर्व में तेंदुओं के कुनबे में एक और तेंदुआ की बढ़ोत्तरी होने जा रही है. टाइगर रिजर्व प्रशासन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है.

दरअसल, सीतापुर के मिश्रिख वन रेंज के अंतर्गत गोंदलामऊ ब्लाक के तमाम गांवों में एक तेंदुआ पिछले 22 दिनों से देखा जा रहा था. बताते हैं कि तेंदुआ की चहलकदमी के चलते संबंधित ब्लाक के 30 गांवों में दहशत फैली हुई थी. ऐसे में तेंदुआ को पकड़ने के लिए वन अफसरों के निर्देश पर रामपुर खेवटा गांव में बीते 06 नवंबर को पिंजड़ा भी लगाया गया था. वन महकमे की टीमें भी लगातार निगरानी में जुटी रहीं. मगर, तेंदुआ लगातार चकमा देता रहा. खेतों में तेंदुआ के चहलकदमी करते कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए.

काम आया लालच वाला आइडियाबताते हैं कि मंगलवार देर शाम पिंजड़े में तेंदुआ को शिकार का प्रलोभन देने के लिए बकरी बांधी गई थी. इधर बुधवार सुबह निगरानी टीम ने आतंक का पर्याय बने तेंदुआ को पिंजड़े में कैद देखा. इधर तेंदुआ को पकड़े जाने की जानकारी शासन को दी गई. इस पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव ने रेस्क्यू किए गए तेंदुआ को पीलीभीत टाइगर रिजर्व में छोड़ने के निर्देश दिए हैं. टाइगर रिजर्व प्रशासन को इससे जुड़े निर्देश भी मिल चुके हैं।

क्यों आबादी का रुख कर रहे तेंदुएगौरतलब है कि पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघों का कुनबा तेजी से बढ़ने के चलते तेंदुए आबादी का रुख कर रहे हैं. आए दिन इससे जुड़े वीडियो भी सोशल मीडिया पर देखे जाते हैं. वहीं आबादी में आए तेंदुए आए दिन हादसों या फिर शिकारियों की भेंट चढ़ रहे हैं. अधिक जानकारी देते हुए पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि बड़े अधिकारियों द्वारा सीतापुर से रेस्क्यू किए गए तेंदुए को पीलीभीत टाइगर रिजर्व में रिलीज करने के निर्देश मिले हैं, जिनको अमल में लाया जा रहा है.

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