झांसी. मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग में नवजात शिशुओं के लिए लगातार नई सुविधाएं शुरु की जा रही हैं. यहां नवजात शिशु गहन चिकित्सा केंद्र (NICU) में लैक्टेशन यूनिट तैयार किया गया है. इस यूनिट की मदद से नवजात शिशुओं को हर 2 घंटे पर मां का दूध पीने के लिए मिलेगा. इस यूनिट की वजह से अस्पताल में भर्ती मां को न तो नवजात के भूखे होने की चिंता करनी होगी और न ही बच्चे को बार-बार दूध पिलाने के लिए वार्ड से आना पड़ेगा.NICU वार्ड में बाहरी लोगों का प्रवेश वर्जित होता है. यहां जन्म के समय गंभीर बीमारी से ग्रसित या बेहद कमजोर बच्चों को भर्ती किया जाता है. यहां संक्रमण न फैले इसका पूरा ध्यान रखा जाता है. इस वजह से मां भी अपने नवजात शिशु को दूध नहीं पिला पाती हैं. अभी तक बच्चों को डिब्बा बंद दूध पिलाना पड़ता था. इससे बीमार शिशु को स्वस्थ होने में समय लगता था. लेकिन, अब लैक्टेशन यूनिट या मदर मिल्क यूनिट बन जाने से यह समस्या खत्म हो जाएगी.मां का दूध मिलेगाबाल रोग एचओडी डॉ. ओमशंकर चौरसिया ने बताया कि मां का दूध बच्चों के लिए अमृत की तरह होता है. यह पहला टीकाकरण होता है. यह दूध इम्युनिटी के साथ ही बच्चों को तंदरुस्त भी रखता है. हर दो घंटे के अंतराल पर मां का दूध मिलने से बच्चे स्वस्थ रहते हैं. मदर मिल्क यूनिट में मां का दूध डीप फ्रीजर में रखा जायेगा. हर 10 से 20 मिनट के अंतराल पर नवजात शिशुओं को यह दूध दिया जाएगा.FIRST PUBLISHED : July 8, 2024, 18:21 IST
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