रिपोर्ट : शाश्वत सिंह

झांसी. उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में एक सप्ताह का साहित्य सममेलन आयोजित किया जा रहा है. 25 मार्च से लेकर 31 मार्च तक चलने बुंदेलखंड में आयोजित यह अब तक का सबसे बड़ा सम्मेलन होगा.

सम्मेलन में देश के 5 पद्मश्री, 6 विश्वविद्यालयों के कुलपति समेत अनेक साहित्यकार इसमें सम्मिलित होंगे. इसके साथ ही 6 दिनों का पुस्तक मेला भी इस सम्मेलन में आयोजित किया जायेगा. इसमें देश के 50 से अधिक प्रकाशक अपनी लगभग 50 हजार किताबें प्रदर्शित करेंगे.

विभिन्न कार्यक्रम

इस कार्यक्रम में हिंदी लेखक सम्मेलन 25 और 26 मार्च को होगा. 27 और 28 मार्च को हिंदुस्तानी अकादमी द्वारा सृजनात्मक लेखन कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा. इसमें हिंदुस्तान के साहित्यकारों के अलावा नेपाल और मॉरीशस के साहित्यकार भी विद्यार्थियों को कविता और कहानी लेखन के गुर सिखाएंगे. कार्यक्रम में पूर्व कुलपति प्रो सुरेंद्र दुबे के नाटक ‘उठो अहिल्या’ का मंचन किया जाएगा. इसके अलावा बुंदेलखंड के पारंपरिक लोक कार्यक्रम भी यहां आयोजित किए जाएंगे.

किताबों से जोड़ने का प्रयास

इस साहित्य सम्मेलन के संयोजक और विश्वविद्यालय के कला संकाय के अधिष्ठाता प्रो मुन्ना तिवारी ने बताया कि सोशल मीडिया के इस दौर में युवा किताबों से दूर होते जा रहे हैं. युवाओं को किताबों और साहित्य से जोड़ने के लिए इस सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. इसके साथ ही पुस्तक मेला में साहित्य के अलावा विज्ञान और खेल जैसे विषयों की किताबें भी प्रदर्शित की जाएंगी. इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक भी प्रतिभाग करेंगे.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Bundelkhand, Jhansi news, Latest hindi newsFIRST PUBLISHED : March 23, 2023, 22:31 IST



Source link