Uttar Pradesh

Jhansi: बैन के बावजूद बिक रही रानी लक्ष्मीबाई के ‘प्रेम प्रसंग’ को लेकर लिखी गई विवादित किताब  



शाश्वत सिंह

झांसी. वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई के अदम्य साहस और वीरता से पूरा भारत वाकिफ है. उनकी शौर्यगाथा बच्चों को पढ़ाई जाती है. वीरांगना लक्ष्मीबाई की वजह से ही आज झांसी को हर जगह जाना जाता है. रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर आधारित कई किताबें लिखी गई हैं, लेकिन एक किताब पर विवाद खड़ा हो गया था. वर्ष 2008 में लंदन में रहने वाली जयश्री मिश्रा ने ‘रानी’ नाम की एक किताब लिखी थी. किताब के एक हिस्से में उन्होंने महारानी लक्ष्मीबाई और उनके तत्कालीन पॉलिटिकल एजेंट रॉबर्ट एलिस के बीच प्रेम प्रसंगों का जिक्र किया था.

इस किताब के बाजार में आते ही हड़कंप मच गया था जिसके बाद प्रदेश सरकार ने इस किताब पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन हैरानी की बात है कि बैन के बावजूद आज भी यह विवादित किताब ऑनलाइन माध्यम से बेची जा रही है.

मायावती सरकार ने लगाया था बैनवरिष्ठ पत्रकार लक्ष्मी नारायण शर्मा बताते हैं कि वर्ष 2008 में ‘रानी’ नाम की किताब पर कई लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई थी. उस समय राजनीतिक लोगों और सामाजिक संगठन ने इस किताब को बैन करने की मांग उठाई थी. जिसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने इस किताब पर बैन लगा दिया था. उन्होंने इस किताब की बिक्री और वितरण पर रोक लगा दी थी. लेकिन, आज भी यह किताब ऑनलाइन मार्केट में खुलेआम बेची जा रही है.

आज भी बिक्री होना शर्म की बातइस किताब को बैन करने की मांग उठाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री और तत्कालीन विधानसभा के सदस्य रहे प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि 1857 में हुई क्रांति की दीपशिखा वीरांगना लक्ष्मीबाई का चरित्र हनन करने वाली किताब को बैन करने की मांग मैंने सदन में उठाई थी. तत्कालीन सरकार ने इसे बैन भी कर दिया था, लेकिन ऑनलाइन आज भी इस किताब की बिक्री होना बहुत शर्म की बात है. सरकार के जिम्मेदार लोगों को इस पर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए.पुनः जारी करवाया जाएगा शासनादेशयूपी सरकार में राज्य मंत्री हरगोविंद कुशवाहा ने कहा कि उस समय हमने भी इस किताब को प्रतिबंधित करने की मांग उठाई थी. आज भी किताब की बिक्री होना अत्यंत गंभीर विषय है. ऑनलाइन हो या ऑफलाइन, यह किताब कहीं भी नहीं बिकनी चाहिए. उन्होंने कहा कि वो स्वयं मुख्यमंत्री तथा गृह मंत्री को इस संदर्भ में चिट्ठी लिखेंगे और उनसे मांग करेंगे की पुनः शासनादेश जारी करते हुए इस किताब की बिक्री पर रोक लगाई जाए.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: 1857 Kranti, Jhansi news, Maharani Laxmibai Birthday, Up news in hindiFIRST PUBLISHED : November 16, 2022, 18:07 IST



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