Rohit Sharma: टीम इंडिया स्टार बल्लेबाज रोहित शर्मा और विराट कोहली का टेस्ट रिटायरमेंट बड़ा मुद्दा रहा. हाल ही में चेतेश्वर पुजारा के संन्यास के ऐलान ने इस मुद्दे को हवा दी. अब रोहित ने टेस्ट क्रिकेट के अनुभव को जगजाहिर कर दिया है. उन्होंने टेस्ट खेलने के लिए एक मास्टर फॉर्मूला बताया. उन्होंने बताया कि एक खिलाड़ी के जीवन में टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए कितने चैंलेंज आते हैं. साथ ही हिटमैन ने अपने बचपन के अनुभव को भी फैंस के सामने रखा.
क्या बोले रोहित शर्मा?
रोहित शर्मा ने CEAT के एक कार्यक्रम के दौरान, ‘यह एक ऐसी चीज है जिसके लिए आप तैयारी करते हैं क्योंकि खेल लंबे समय तक टिके रहने की मांग करता है. खासकर टेस्ट प्रारूप में आपको पांच दिनों तक टिकना होता है. मानसिक रूप से, यह बहुत चुनौतीपूर्ण होता है और थका देने वाला भी. लेकिन सभी क्रिकेटर प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलते हुए बड़े हुए हैं. यहां तक कि मुंबई में भी क्लब क्रिकेट दो दिन तीन दिन तक चलते हैं. हम इस तरह से तैयार होते हैं और यह हमारे लिए बहुत कम उम्र से ही शुरू हो जाता है.’
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धीरे-धीरे आता है अनुभव
उन्होंने आगे कहा, ‘जब मैंने खेलना शुरू किया तो बस मज़े करना और उसका आनंद लेना ही सब कुछ था. जैसे-जैसे आप आगे बढ़ते हैं आप आयु वर्ग की क्रिकेट खेलना शुरू करते हैं. आप उससे आगे बढ़ते रहते हैं. धीरे-धीरे, जब आप कई खिलाड़ियों और कोचों से मिलते हैं तो वे इस बारे में बात करते हैं कि अच्छी तैयारी कितनी जरूरी है. जब आप बहुत छोटे होते हैं तो आपको तैयारी का महत्व समझ में नहीं आता. लेकिन जैसे-जैसे आप आगे बढ़ते हैं, आपको समझ आता है कि यह आपको एक तरह का अनुशासन देता है जिसकी खेल को जरूरत होती है.’
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मेरे साथ ऐसा ही हुआ- रोहित शर्मा
रोहित ने आगे कहा, ‘मेरे साथ भी बिल्कुल ऐसा ही हुआ, जब मैंने मुंबई के लिए खेलना शुरू किया और फिर भारत के लिए खेला. मेरा बहुत सारा ध्यान, मेरा बहुत सारा समय इस बात पर था कि मैं खेल से पहले कैसे तैयारी करता हूं. क्योंकि एक बार खेल शुरू हो जाने के बाद सब कुछ प्रतिक्रिया पर निर्भर करता है और आप जो भी सामने आता है. चाहे मैदान पर बल्ले से या गेंद से सही फैसला लेना हो. तैयारी में बहुत समय लगा और मुझे यकीन है कि यह सिर्फ़ क्रिकेट में ही नहीं, बल्कि कहीं भी, जीवन में आप जो भी करें, मेरा मानना है कि तैयारी ही कुंजी है.’