Jay Shah On Asia Cup 2023: एशिया कप 2023 के मैच पाकिस्तान और श्रीलंका में खेले जा रहे हैं. भारतीय टीम के पाकिस्तान की यात्रा करने से इनकार करने के बाद एशियाई क्रिकेट परिषद द्वारा आखिरी समय में श्रीलंका को सह-मेजबान के रूप में जोड़ा गया था, जो एशिया कप 2023 का आधिकारिक मेजबान है. लेकिन इस समय श्रीलंका में भारी बारिश हो रही है, जिसके चलते टूर्नामेंट पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है. इन सब के बीच एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के अध्यक्ष जय शाह ने बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने बताया है कि ये टूर्नामेंट संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की जगह श्रीलंका में कराने का फैसला क्यों लिया गया.
जय शाह ने किया बड़ा खुलासाएशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के अध्यक्ष जय शाह ने श्रीलंका में एशिया कप के मैचों की मेजबानी के फैसले के पीछे टीमों के संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की गर्मी में वनडे खेलने की हिचक और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के शीर्ष पदों पर हुए अचानक हुए बदलावों को जिम्मेदार बताया है. शाह ने पीसीबी के पूर्व अध्यक्ष नजम सेठी की हालिया टिप्पणी के बाद इस फैसले का बचाव किया. सेठी ने कहा था कि उनके कार्यकाल के दौरान उन्होंने सुझाव दिया था कि 2023 एशिया कप का आयोजन श्रीलंका के बजाय यूएई में किया जाए. श्रीलंका के कुछ हिस्सों में काफी बारिश हो रही है.
इस वजह से श्रीलंका में खेला जा रहा टूर्नामेंट
शाह ने एक बयान में कहा, ‘एशिया कप 2022 यूएई में टी20 फॉर्मेट में खेला गया था. यहां इस बात पर जोर देना अहम है कि टी20 टूर्नामेंट की परिस्थितियों की तुलना 100 ओवर (50-50 ओवर) के वनडे फॉर्मेट से नहीं की जा सकती है. इस संदर्भ में एसीसी सदस्यों को अपने संबंधित ‘हाई परफोरमेंस’ टीम से प्रतिक्रिया मिली जिसमें सितंबर के महीने में यूएई में वनडे मैच खेलने को लेकर चिंता व्यक्त की गई थीं. इस तरह के कार्यक्रम से संभवत: खिलाड़ियों को थकान हो सकती थी और उनके चोटिल होने का जोखिम बढ़ सकता था, विशेषकर आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप जैसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंट से पहले.’
बारिश ने किया मैचों का मजा किरकिरा
शनिवार को भारत और पाकिस्तान के बीच मैच लगातार बारिश के कारण रद्द हो गया जिससे दोनों टीमों को एक एक अंक मिला और दोनों देशों के खेल प्रेमी रोमांचक मुकाबले से वंचित रह गए, जिसके बाद एसीसी की कार्यक्रम को लेकर आलोचना हो रही है. शाह ने कहा, ‘सभी पूर्ण सदस्य, मीडिया अधिकार हासिल करने वाले और स्टेडियम के अंदर के अधिकार हासिल करने वाले शुरु में पाकिस्तान में पूरे टूर्नामेंट की मेजबानी को लेकर झिझक रहे थे. पाकिस्तान में सुरक्षा और आर्थिक परिस्थितियों को देखकर ये चिंताए उठ रही थीं.’
उन्होंने आगे कहा, ‘एसीसी अध्यक्ष के तौर पर मैं सभी के लिए उचित हल निकालने के लिए प्रतिबद्ध था जिसमें सभी सहमत भी हों. मैंने एसीसी प्रबंधन के साथ मिलकर पीसीबी द्वारा प्रस्तावित ‘हाइब्रिड मॉडल’ को स्वीकार कर लिया. पर यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पीसीबी के शीर्ष पद में काफी बदलाव हुए जिससे कर छूट और मैचों के बीमा को लेकर कुछ अहम पहलुओं के संबंध में बातचीत हुईं.’
(INPUT- PTI)



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