लेह में तीसरे दिन से कर्फ्यू जारी, मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद
लद्दाख के लेह में जारी हालात तनावपूर्ण हैं। यहां के पूर्व छात्र नेता और क्लाइमेट एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी के बाद से यह शहर कर्फ्यू में है। मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी बंद हैं। लेह में हालात को देखते हुए लोगों की भावनाएं गरम हो रही हैं।
पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष मेहबूबा मुफ्ती ने इस गिरफ्तारी को “गहराई से चिंताजनक” बताया है। उन्होंने एक पोस्ट में लिखा, “शांति और सत्य के लिए जीवनभर का समर्थन करने वाले व्यक्ति को केवल वादे पूरे करने की मांग करने के लिए सजा दी जा रही है। आज लेह कर्फ्यू में है और इंटरनेट बंद है, जो कश्मीर के लिए एक दुखद पुनरावृत्ति है। आज के भारत में सत्य को बोलने की कीमत बहुत ज्यादा है, या फिर शांति और अहिंसा के लिए जीवनभर का समर्थन करने वाला व्यक्ति जेल में क्यों है?”
सीपीआई (एम) के नेता और विधायक मोहम्मद यूसुफ तारिगामी ने भी इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लिखा, “सरकार को लद्दाख को आग में नहीं डालना चाहिए। गिरफ्तारियों और दबाव के कारण यहां के लोगों में क्रोध और असंतुष्टता बढ़ेगी। इसके बजाय सरकार को संवाद के लिए कदम उठाना चाहिए, न कि गिरफ्तारियों के माध्यम से।”
तारिगामी ने कहा, “क्लाइमेट एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी के कारण यहां के लोगों में और भी क्रोध और असंतुष्टता बढ़ेगी। यहां के लोगों को अपने राजनीतिक अधिकारों और संवैधानिक सुरक्षा के लिए लड़ना होगा।”
कांग्रेस के नेता गुलाम अहमद मीर ने भी इस गिरफ्तारी को “अवांछित कदम” बताया है। लेह में हालात अभी भी तनावपूर्ण हैं। यहां के लोगों और विपक्षी नेताओं ने सोनम वांगचुक की तुरंत रिहाई और इस क्षेत्र में संवाद को बहाल करने की मांग की है।