इटावा कथावाचक कांड: बिना जांच गिरफ्तारी? इटावा में युवकों की धरपकड़ पर उठे सवाल, पुलिस पर जातिगत भेदभाव का आरोप

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Last Updated:June 28, 2025, 20:50 ISTइटावा कथावाचक कांड इस समय पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. ऐसे में गिरफ्तारी को लेकर पुलिस पर कई आरोप लगे हैं, जिसकी जांच मानवाधिकार आयोग करेगा. इटावा कथावाचक मामले में गिरफ्तारी को लेकर आयोग करेगी जांच. इटावा. उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के बकेवर थाना क्षेत्र स्थित दादरपुर गांव में पिछड़ी जाति के एक कथावाचक के साथ हुई मारपीट का मामला सामने आया था. वहीं अब पुलिस द्वारा कथित रूप से स्थानीय युवकों की अवैध गिरफ्तारी का मामला राज्य मानवाधिकार आयोग तक पहुंच गया है. इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता डॉ. गजेंद्र सिंह यादव ने आयोग में शिकायत दर्ज कराई है, जिसे आयोग ने संज्ञान में ले लिया है.शिकायत के अनुसार, 26 जून 2025 को कथावाचक के साथ मारपीट की घटना के बाद गांव के बाहर लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. पुलिस ने विरोध रोकने की कोशिश की, जिसके दौरान पथराव हुआ और स्थिति बिगड़ने पर पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी. इस घटना के बाद पुलिस ने 19 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. हालांकि, स्थानीय लोगों और आरोपितों के परिजनों का कहना है कि असली उपद्रवी बाहरी जिलों से आए थे और उन्होंने ही पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया.

उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस जाति देखकर स्थानीय युवकों को बिना जांच के गिरफ्तार कर रही है. पुलिस गांव के स्कूल और कॉलेजों में छापे मार रही है और छात्रों को भी हिरासत में लिया जा रहा है, जबकि कई गिरफ्तार युवक घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं थे. शिकायतकर्ता ने यह भी सवाल उठाया है कि जब उपद्रवी बाहरी थे, तो पुलिस ने सीमाओं पर निगरानी क्यों नहीं की और वे उपद्रव करने के बाद कैसे बिना गिरफ्तारी वापस चले गए. राज्य मानवाधिकार आयोग से मांग की गई है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और निर्दोषों को प्रताड़ित करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए. साथ ही बिना जांच के की जा रही एकतरफा कार्रवाई पर रोक लगाने की भी अपील की गई है.

कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह का बड़ा बयानवहीं अब कथावाचक कांड को लेकर हो रही जातिगत हिंसा पर कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने सपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सपा ने हमेशा ही जातियों को एक-दूसरे से लड़ाने की परंपरा को आगे बढ़ाया है. उनका कहना है कि सपा सुप्रीमो समाज में तनाव पैदा कर माहौल खराब कर रहे हैं. वहीं, उन्होंने कांग्रेस और बसपा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि दोनों पार्टियों ने जाति की राजनीति करके अपना अस्तित्व खत्म कर लिया है, जबकि सपा अभी भी इसी राह पर चल रही है और इससे उसका अस्तित्व खतरे में है.अभिजीत चौहानन्‍यूज18 हिंदी डिजिटल में कार्यरत. वेब स्‍टोरी और AI आधारित कंटेंट में रूचि. राजनीति, क्राइम, मनोरंजन से जुड़ी खबरों को लिखने में रूचि.न्‍यूज18 हिंदी डिजिटल में कार्यरत. वेब स्‍टोरी और AI आधारित कंटेंट में रूचि. राजनीति, क्राइम, मनोरंजन से जुड़ी खबरों को लिखने में रूचि. Location :Allahabad,Allahabad,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshबिना जांच गिरफ्तारी? इटावा में युवकों की धरपकड़ पर उठे सवाल, पुलिस पर आरोप

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