प्रशांत कुमार/बुलंदशहर: बुलंदशहर में कुम्हारों की इलेक्ट्रॉनिक चाक फर्राटे से घूम रही है. कुछ समय पहले ये बिजनेस बंद होने की कगार पर था. लेकिन, आज फिर से मिट्टी के बर्तन का काम वापस लौट रहा है. इलेक्ट्रॉनिक चाक से 2 सेकंड के अंदर कुल्हड़ बनकर तैयार हो रहा है. पुराने समय में हाथ से घूमने वाली चाक हुआ करती थी. और कुल्हड़ बनाने में 2 मिनट का वक्त लगता था. अब तो इलेक्ट्रॉनिक चाक की वजह से ये काम बहुत कम समय में पूरा हो जा रहा है. इससे समय के साथ-साथ लाखों रुपये की कमाई भी हो रही है.

आप भी कम पैसे में अपना बिजनेस करना चाहते हैं तो इलेक्ट्रॉनिक चाक से कुल्हड़ बनाकर बेच सकते हैं. इससे आपको लाखों रुपये का मुनाफा हो सकता है. पुराने समय में कुल्हड़ बनाने में काफी वक्त लगता था. यानी एक दिन में कुम्हार सिर्फ 500 कुल्हड़ ही बनाते थे. लेकिन, आज एक व्यक्ति 5000  कुल्हड़ बनाकर तैयार करता है. मार्केट में इस कुल्हड़ को एक, दो और तीन रुपये में बेचा जाता है.

फिर लौट आया कुल्हड़ का कामपुराने जमाने में शादी विवाह में भी इन कुल्हड़ों का चालान हुआ करता था. लेकिन, सुविधाओं के अभाव में इनका चलन खत्म हो गया और डिस्पोजल का जमाना आ गया. लेकिन, एक बार फिर पुराने जमाने वाला कुल्हड़ वीआईपी कल्चर में आने लगा. और अब बड़ी-बड़ी शादियों में डिस्पोजल की जगह इसका इस्तेमाल होने लगा.  अगर आप भी कम पैसे में किसी बिजनेस को करने के लिए सोच रहे हैं तो मिट्टी के बर्तन बनाना एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है. इलेक्ट्रॉनिक चाक से मिट्टी बर्तन बनाकर मार्केट में सप्लाई कर लाखों रुपए कमा सकते हैं.

पहले की तुलना में अब कम लगती है मेहनतकुल्हड़ बनाने वाले फैक्ट्री मालिक मोहम्मद साद ने बताया कि यह मिट्टी टेराकोटा का काम है. इसमें सभी तरीके के कुल्हड़ बनते हैं. जैसे खीर की कटोरी, लस्सी का गिलास, दूध और चाय के कुल्हड़. मार्केट में रोजाना लगभग 30,000 पीस की रोजाना मैन्युफैक्चरिंग हो रही है. इन कुल्हड़ों को बेचकर लगभग लाखों रुपये की बचत होती है. लगभग 22 लोग फैक्ट्री में काम कर रहे हैं और सारा काम हमारे यहां मिट्टी का होता है. इस कुल्हड़ को बनाने में लगभग 1 से 2 सेकेंड लगते हैं. पहले के समय हाथ से कुल्हड़ बनाने में काफी समय लगता था. पुराने चाक का कल्चर खत्म हो गया है. अब इलेक्ट्रॉनिक चाक की वजह से आप कोई भी डिजाइन का कुल्हड़ बना सकते हैं.
.Tags: Bulandshahr news, Local18FIRST PUBLISHED : February 28, 2024, 14:26 IST



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