हरिकांत/आगराः जिले के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज, SN मेडिकल कॉलेज, में वर्तमान में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं वेंटिलेटर पर हैं. ओपीडी पर्चा बनवाने के लिए मरीजों को जद्दोजहद करनी पड़ रही है. इसके परिणामस्वरूप, लाइन में खड़े मरीज धक्का मुक्ति पर उतारू हैं, और सामान्य अवस्था में भी गर्मी और उमस के कारण बेहाल हो जाते हैं.

इस समस्या का सबसे बड़ा कारण यह है कि अधिक संख्या में मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं. यहां वे पर्चा बनवाने के लिए घंटों लाइन में खड़े होते हैं. विशेष रूप से महिलाएं, पुरुष और बच्चे इस समस्या का शिकार हो रहे हैं. मरीजों के साथी इसके बजाय उन्हें आसानी से इलाज प्राप्त करना चाहते हैं, लेकिन इस अवस्था में यह कठिन हो रहा है.

इसी समस्या के कारण, मरीजों को पर्चा बनवाने की लाइन में फंसने के बावजूद, उन्हें इलाज के लिए अगले दिन फिर से आना पड़ रहा है, और उनको अपनी परेशानियों का समाधान नहीं मिल रहा है.

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बुखार के पहुंच रहे सबसे अधिक मरीज

आगरा में इन दिनों एक नए प्रकार का बुखार आया है, जिसमें बुखार का अहसास होता है, लेकिन जांच में कुछ नहीं आता. 20 फीसदी मरीजों में यह हल्के बुखार के रूप में प्रकट हो रहा है, जो शरीर को तबाह कर रहा है. इसके साथ ही, कई अन्य समस्याएं भी बढ़ गई हैं. यह समस्या शहर से लेकर गांवों तक फैल रही है, और बच्चों को भी प्रभावित कर रही है.

12 बजे के बाद बंद हो जाती है OPD सेवा

इसके परिणामस्वरूप, आगरा के जिला अस्पताल समेत एसएन मेडिकल कॉलेज में मरीजों की तादाद तेजी से बढ़ रही है, लेकिन उपयुक्त व्यवस्था न होने के कारण मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है. पर्चा बनाने वाले कर्मचारी भी धीमी रफ्तार से काम कर रहे हैं, जिससे मरीजों की भीड़ और बढ़ रही है. 1:00 बजे तक मरीज लाइन में खड़े रहने के बावजूद, 12:00 बजे के बाद ओपीडी बंद हो जाती है, जिससे मरीजों को अगले दिन फिर से परेशानी होती है.

इस समस्या को सुलझाने के लिए, सूचना प्रबंधन को बेहतर बनाने और उपयुक्त इंतजाम बनाने की आवश्यकता है, ताकि मरीजों को समय पर इलाज मिल सके और उन्हें अधिक परेशानी से बचाया जा सके.
.Tags: Agra news, Health, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 05, 2023, 21:44 IST



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