इस फूल का नाम सुन फेंक दोगे पौधा, मगर फायदे जानकर घर-ऑफिस, हर जगह चाहोगे लगाना

अपराजिता के फूल और पत्ते सेहत के लिए किसी टॉनिक से कम नहीं हैं। इसमें पाए जाने वाले एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-डायबिटिक गुण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। अपराजिता फूल, जिसे शंखपुष्पी या क्लिटोरिया टर्नाटिया भी कहा जाता है, सिर्फ सजावटी पौधा ही नहीं बल्कि औषधीय और धार्मिक महत्व से भरा हुआ एक खजाना है।

इसके गहरे नीले और सफेद फूल न केवल आंखों को सुकून देते हैं बल्कि घर की शोभा भी बढ़ाते हैं। यही कारण है कि इसे बागानों से लेकर मंदिरों तक बड़े प्रेम से लगाया जाता है। अगर आप चाहते हैं कि आपके घर के गार्डन या बालकनी में अपराजिता ढेर सारे फूल खिलाए, तो कुछ आसान टिप्स फॉलो करना जरूरी है।

इंडियन इंस्टीट्यूट वेजिटेबल रिसर्च (IIVR) के शोधार्थी शुभम तिवारी का कहना है कि सबसे पहले पौधे को 12 इंच या उससे बड़े गमले में लगाएं ताकि इसकी बेल आसानी से फैल सके। यह पौधा धूप का दीवाना है। इसलिए इसे रोज़ कम से कम 5-6 घंटे की धूप जरूर दें। मिट्टी में हल्की ढीलापन और नमी बनाए रखें, लेकिन पानी ज्यादा न दें वरना जड़ें खराब हो सकती हैं।

गार्डनिंग टिप्स शुभम बताते हैं कि एक खास ट्रिक यह है कि मिट्टी में सरसों का पाउडर और हल्दी मिलाकर डालें। इससे फूलों की संख्या तेजी से बढ़ती है। इसके अलावा, घर की किचन वेस्ट जैसे फल-सब्जियों के छिलके या गोबर की खाद पौधे को ताकतवर बनाते हैं। नियमित छंटाई करना न भूलें क्योंकि इससे नई शाखाएं निकलती हैं।

अपराजिता के फूल और पत्ते सेहत के लिए किसी टॉनिक से कम नहीं हैं। इसमें पाए जाने वाले एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-डायबिटिक गुण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। इसका काढ़ा या चाय पीने से पाचन मजबूत होता है और गैस, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याएं दूर होती हैं। अपराजिता का सेवन त्वचा को भी चमकदार बनाता है। यह टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है। इसकी जड़ों का इस्तेमाल दांत दर्द और सूजन में राहत पाने के लिए किया जाता है।

अपराजिता का नाम ही बताता है कि यह “अपराजित” यानी कभी हार न मानने वाली शक्ति का प्रतीक है। प्राचीन भारत से ही यह पौधा पूजा और धार्मिक अनुष्ठानों में शामिल रहा है। नीले और सफेद फूल भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को अर्पित किए जाते हैं। यही वजह है कि इसे घर और मंदिर में लगाना शुभ माना जाता है। इस तरह, अपराजिता फूल न केवल आपके घर-आंगन की खूबसूरती बढ़ाता है बल्कि सेहत और अध्यात्म दोनों में लाभकारी है। सही देखभाल और नियमित उपयोग से यह पौधा सचमुच जीवन में सकारात्मकता और स्वास्थ्य का संचार करता है।