Insulin Plant Benefits In Diabetes: लाइफस्टाइल और खान-पान में बदलाव कर डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है. कई ऐसी जड़ी-बूटियां हैं, जिसे खाने से इसकी समस्याओं में राहत पाया जा सकता है. ऐसे ही एक प्लांट का नाम है ‘इंसुलिन प्लांट’, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए खासतौर से फायदेमंद है, साथ ही यह दूसरी समस्याओं में भी राहत देता है. सेलिब्रिटी न्यूट्रीशनिस्ट पूजा मखीजा ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर मधुमेह (डायबिटीज), इंसुलिन रेजिस्टेंस, पीसीओएस और वेट गेन में दिक्कत वाले लोगों के लिए नेचुरल रेमेडी की जानकारी दी है.
इंसुलिन प्लांटउन्होंने बताया कि यह इलाज न सिर्फ डायबिटीज के मरीजों के लिए, बल्कि उन लोगों के लिए भी फायदेमंद है, जिन्हें इंसुलिन का सही इस्तेमाल न होने, पीसीओएस (महिलाओं में हार्मोन की समस्या) या वजन कम करने में मुश्किल होती है.
इंसुलिन प्लांट के साथ कुछ बदलावपूजा मखीजा के मुताबिक, इन समस्याओं में ‘इंसुलिन प्लांट’ बड़े काम का है. उनका मानना है कि इस पौधे के अच्छे और लगातार नतीजे पाने के लिए अपनी डेली रूटीन में भी कुछ बदलाव करने होंगे. जैसे पौष्टिक और बैलेंस्ड डाइट लेना, रोजाना थोड़ी एक्सरसाइज करना, अच्छी नींद लेना और पानी पीना. इसके साथ ही स्ट्रेस कम लेना और इसके लिए योग या ध्यान करना.
इंसुलिन प्लांट के फायदेइंसुलिन पौधा डायबिटीज में कितना कारगर है, इस पर उन्होंने डिटेल से जानकारी देते हुए बताया, “इंसुलिन प्लांट, जिसका साइंटिफिक नेम कोस्टस इग्नेसस है, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है. इसके पत्तों में क्लोरोजेनिक एसिड नाम का तत्व होता है, जो सेल्स को ग्लूकोज बेहतर ढंग से अब्जॉर्ब करने में मदद करता है और इंसुलिन के प्रोडक्शन को बढ़ाता है. इससे ब्लड शुगर लेवल कम हो सकता है. साथ ही, यह पौधा पैनक्रियास की बीटा सेल्स (जो इंसुलिन बनाती हैं) को हेल्दी रखने में भी मददगार हो सकता है.”
इंसुलिन प्लांट का इस्तेमाल कैसे करें?इसके लिए सुबह खाली पेट 1-2 पत्ते चबाकर खाएं और इसके कुछ देर बाद तक कुछ भी न खाएं. कुछ स्टडी से पता चला है कि यह ब्लड शुगर को कम करने में मदद करता है. अगर आप पहले से डायबिटीज की दवाइयां ले रहे हैं, तो इंसुलिन प्लांट का इस्तेमाल करने से पहले अपने ब्लड शुगर की नियमित जांच करें, क्योंकि यह हाइपोग्लाइसीमिया (ब्लड शुगर का बहुत कम होना) का खतरा बढ़ा सकता है.
नीम और तुलसी की तरह फायदेमंदनीम और तुलसी की तरह यह पौधा भी डायबिटीज के लिए पूरक (सेकेंडरी) इलाज के रूप में उपयोगी हो सकता है. उन्होंने यह भी बताया कि खास बात है कि यह पौधा नर्सरी में आसानी से उपलब्ध है और इसे घर पर उगाना भी आसान है.–आईएएनएस
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.