Health

inflammatory bowel disease symptoms causes ibd ke lakshan aur ilaaj | आंतों को अंदर ही अंदर सड़ा देती हे ये बीमारी, जानें कब बन जाती है ये बीमारी लाइलाज!



Inflammatory Bowel Disease इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज (IBD) आंतों से जुड़ी खतरनाक बीमारी है. इस बीमारी में आंतों में सूजन हो जाती है. गलत खान-पान और अनहेल्दी लाइफस्टाइल की वजह से यह डिजीज बढ़ती जा रही है. इस बीमारी के लक्षण बेहद कॉमन होते हैं ऐसे में अधिकतर लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं. जो कि जानलेवा भी हो सकता है. 
क्या है इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीजNIH के अनुसार इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज पाचन तंत्र के ऊतकों में क्रॉनिक सूजन से जुड़ा डिसऑर्डर है. इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज टर्म में क्रोहन डिजीज और अल्सरेटिव कोलाइटिस कंडीशन के लिए प्रयोग होता है. क्रोहन भी IBD डिजीज का टाइप है. क्रोहन से पीड़ित मरीज डाइजेस्टिव ट्रैक्ट की लाइनिंग में सूजन की समस्या देखने को मिलती है जो कि छोटी आंत को भी प्रभावति करती है. यह बड़ी आंत और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल को भी प्रभावित करती है. अल्सरेटिव कोलाइटिस कंडीशन में बड़ी आंत और मलाशय में सूजन या फिर अल्सर की समस्या होती है. 
इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज का कारण और इलाज इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज होने का सटीक कारण तो नहीं पता है लेकिन एक्सपर्ट के अनुसार कमजोर इम्यून सिस्टम, जेनेटिक कंपोनेट और फैमिली हिस्ट्री इस बीमारी का कारण बन सकता है. बल्ड और स्टूल टेस्ट की मदद से इस बीमारी के बारे में पता किया जा सकता है. वहीं इलाज की बात करें तो बीमारी को जड़े से खत्म करने का कोई इलाज नहीं है लेकिन दवाई की मदद से इसे कंट्रोल किया जा सकता है. बार-बार डैमेज गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रेक्ट को सर्जरी की मदद से ठीक किया जा सकता है. 
इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज IBD के लक्षण इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज के लक्षणों की बात करें तो IBD होने पर पेट में दर्द, ऐंठन की समस्या देखने को मिलती है. 
पेट में दर्द या ऐंठन रेक्टल ब्लीडिंग थकान भूख ना लगना वजन तेजी से कम होता एनीमिया की समस्या-दरअसल भूख ना लगने की वजह से कुपोषण की वजह से एनीमिया की समस्या हो सकती है. IBD होने पर  कुछ लोगों में बुखारजोड़ों में दर्द स्किन से संबंधी समस्या भी देखने को मिलती है. 
इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज कब बन जाती है लाइलाज ? इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज का इलाज नहीं है. इस बीमारी को जड़ से ठीक नहीं किया जा सकता है लेकिन दवाई की मदद से इसे कंट्रोल किया जा सकता है. इस बीमारी को कंट्रोल कर इंसान लंबे समय तक इस बीमारी से लड़ सकता है. वहीं अगर आप लंबे समय तक बीमारी के लक्षण को नजरअंदाज करते हैं तो कंडीशन सीरियस हो सकती है. 
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है.  Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत या स्किन से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. 
इसे भी पढ़ें: आंतों में फंसी गंदगी होगी शरीर से बाहर, खा लें ये फूड्स; सुबह परेशानी से मिल सकता है छुटकारा! 



Source link

You Missed

Survey Vessel Ikshak to join Indian Navy, will safeguard vast maritime frontiers
Top StoriesNov 5, 2025

सर्वेक्षण जहाज इक्षाक भारतीय नौसेना में शामिल होगा, विशाल समुद्री सीमाओं की रक्षा करेगा

भारतीय नौसेना की हाइड्रोग्राफिक फ्लीट को अनूठी क्षमता और विविधता प्रदान करने के लिए इक्षाक नामक जहाज का…

Mumbai BJP chief reacts to Zohran Mamdani’s NYC win, warns against a ‘Khan’ becoming Mumbai mayor
Top StoriesNov 5, 2025

मुंबई बीजेपी अध्यक्ष ने ज़ोहरान मामदानी की न्यूयॉर्क शहर जीत के जवाब में दिया, ‘खान’ मुंबई महापौर बनने से खतरा

मुंबई भाजप के नव नियुक्त अध्यक्ष अमित सतम ने न्यूयॉर्क शहर में ज़ोहरन मामदानी की ऐतिहासिक मेयर चुनाव…

Centre withdraws notice dissolving Senate and Syndicate of Panjab University
Top StoriesNov 5, 2025

केंद्र ने पंजाब विश्वविद्यालय के सीनेट और सिंडिकेट को भंग करने के नोटिस को वापस लिया है

चंडीगढ़: केंद्र सरकार ने 143 साल पुराने पंजाब विश्वविद्यालय के सीनेट और सिंडिकेट को समाप्त करने और उन्हें…

authorimg
Uttar PradeshNov 5, 2025

पिलीबित न्यूज़ : कार्तिक पूर्णिमा ये कैसा मजाक? देवहा नदी में 9 नालों का पानी… आस्था की डुबकी लगा रहे श्रद्धालु

पीलीभीत में कार्तिक पूर्णिमा स्नान के पावन अवसर पर जहां श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे, वहीं देवहा…

Scroll to Top