चंडीगढ़: पंजाब, हरियाणा और जम्मू से आये युवकों ने रूस-यूक्रेन युद्ध की जंग में फंस जाने के बाद एक SOS भेजा है और जल्द से जल्द उन्हें बचाने की अपील की है। इन युवकों द्वारा साझा किए गए वीडियो मैसेज में वे रूसी सैन्य वर्दी में दिखाई दे रहे हैं और भारत सरकार से जल्द से जल्द उनकी रिहाई की अपील कर रहे हैं। “हमें बहुत बुरी तरह से व्यवहार किया जा रहा है। हमें रोजाना सामने की पंक्ति में भेजा जा रहा है और हमें भूख भी लग रही है,” लुधियाना के समरजीत सिंह ने कहा। दूसरे युवक बूटा सिंह ने दावा किया कि उनके समूह में से कुछ लोग युद्ध में मारे जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें मॉस्को में काम करने का वादा किया गया था, लेकिन वे रूसी सेना में भर्ती हो गए थे। “स्थिति बहुत गंभीर है, जल्द से जल्द हमें निकाल लें,” उन्होंने अपील की। इसी तरह की बातें जम्मू के सुमीत शर्मा ने भी कहीं। उन्होंने कहा कि उन्हें यात्रा एजेंसियों ने धोखा दिया है। फतेहाबाद जिले के कुम्हारिया गांव के 23 वर्षीय अनkit जंगरा ने कहा कि वह और 12 अन्य भारतीय रूस में फंसे हुए हैं। अनkit और विजय पूनिया के साथ ही वे रूसी सेना में लड़ रहे हैं। अनकित और विजय ने रूसी भाषा के अध्ययन के लिए स्टूडेंट वीजा पर रूस जाने का प्रयास किया था। लेकिन उन्हें रूसी सेना में भर्ती कर दिया गया। इन युवकों के परिवारों ने आरोप लगाया है कि युद्ध में मारे जाने वाले युवकों के लिए मुआवजा और घायलों के लिए पेंशन का पैसा एजेंसियों द्वारा ही लूटा जा रहा है। इन युवकों के परिवारों ने कहा कि जुलाई के बाद से ये भर्ती हो रही हैं और फंसे हुए युवक भारतीय दूतावास से फोन कर रहे हैं, लेकिन सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं मिल रहा है।
No whitewashing, we have right to defend people against terrorism: MEA Jaishankar at SCO
NEW DELHI: Calling for the world to show “zero tolerance” towards terrorism in all its forms and manifestations,…

