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भारत जलवायु प्रतिरोधी विमान ईंधन में वैश्विक नेता के रूप में उभरेगा: मंत्री राम मोहन नaidu

मंत्री ने स्पष्ट किया कि SAF उत्पादन के माध्यम से देश को 20-25 मिलियन टन की ग्रीनहाउस गैसों की कटौती होगी, जिससे कच्चे तेल की आयात में भी कमी आएगी और किसानों की आय में भी वृद्धि होगी, जिससे कृषि अवशेष और बायोमास के लिए एक मजबूत मूल्य शृंखला बनेगी।

विमानन सचिव समीर कुमार सिन्हा ने कहा कि वैश्विक गर्मी एक साझा चुनौती है, और इसके प्रभाव को कम करना एक साझा जिम्मेदारी बन जाता है। उन्होंने कहा, “भारत पहले से ही दुनिया की सबसे युवा और ईंधन कुशल विमान फ़्लीट का संचालन करता है। 88 हवाई अड्डे पहले से ही 100% ग्रीन एनर्जी का उपयोग कर रहे हैं, जो वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं के लिए मानक स्थापित करते हैं।”

डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एयरोनॉटिक्स (डीजीसीए) के निदेशक जनरल फैज अहमद किदवाई ने कहा कि भारत विमानन के तीसरे सबसे बड़े बाजार में बदल गया है, और 2030 तक यात्री यातायात 500 मिलियन तक दोगुना हो जाएगा। उन्होंने कहा, “SAF की संभावना का अध्ययन करने से भारत के राष्ट्रीय SAF नीति ढांचे को आकार देने में मदद मिलेगी, जिससे स्थिरता भारत के विमानन विकास की कहानी में एक अभिन्न अंग बन जाएगी।”

इस अध्ययन को उड़ान भवन में दो दिनों के कार्यशाला में विचार-विमर्श के लिए रखा गया है, जिसमें ICAO, डीजीसीए, यूरोपीय विमानन सुरक्षा प्राधिकरण और कई सरकारी विभागों के प्रतिनिधि शामिल हैं।

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