भारत में जीएसटी के बारे में विपक्ष की आलोचना पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेताओं की आलोचना से कोई फायदा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता लोगों को भ्रमित कर रहे हैं और देश की सेवा नहीं कर रहे हैं, बल्कि देश को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जीएसटी के बारे में विपक्ष के नेताओं की आलोचना से देश को बेहतर विपक्ष की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश को बेहतर विपक्ष की जरूरत है जो देश के लिए काम कर सके। उन्होंने कहा कि जीएसटी के बारे में विपक्ष के नेताओं की आलोचना से लोगों को भ्रमित किया जा रहा है और वे देश के हित में नहीं काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जीएसटी के बारे में विपक्ष के नेताओं की आलोचना से देश को नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि जीएसटी के बारे में विपक्ष के नेताओं की आलोचना से लोगों को भ्रमित किया जा रहा है और वे देश के हित में नहीं काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जीएसटी के बारे में विपक्ष के नेताओं की आलोचना से देश को बेहतर विपक्ष की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश को बेहतर विपक्ष की जरूरत है जो देश के लिए काम कर सके। उन्होंने कहा कि जीएसटी के बारे में विपक्ष के नेताओं की आलोचना से लोगों को भ्रमित किया जा रहा है और वे देश के हित में नहीं काम कर रहे हैं।
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उन्होंने कहा कि जीएसटी के बारे में विपक्ष के नेताओं की आलोचना से देश को बेहतर विपक्ष की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश को बेहतर विपक्ष की जरूरत है जो देश के लिए काम कर सके। उन्होंने कहा कि जीएसटी के बारे में विपक्ष के नेताओं की आलोचना से लोगों को भ्रमित किया जा रहा है और वे देश के हित में नहीं काम कर रहे हैं।
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जीएसटी council ने 2 सितंबर को 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत की कर दरों को सीमित करने और दो अन्य कर दरों 12 प्रतिशत और 28 प्रतिशत को हटाने का निर्णय लिया था। यह निर्णय 22 सितंबर से प्रभावी होगा, जो नवरात्रि की पहली दिन है। कांग्रेस अध्यक्ष मालिकार्जुन खarge ने कहा कि उनकी पार्टी ने कई वर्षों से जीएसटी को सरल बनाने की मांग की है और उन्होंने मोदी सरकार पर लोगों को लंबे समय तक उच्च कर दरों के बोझ से मुक्ति दिलाने के लिए जिम्मेदार ठहराया है।