IND vs AUS, 3rd Test: टीम इंडिया इंदौर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच जीत सकती है, लेकिन उसके लिए उसे तीन काम करने होंगे. ये तीन फैक्टर इंदौर में टीम इंडिया के लिए ‘चमत्कार’ की चाबी हैं. बता दें कि चेतेश्वर पुजारा के अर्धशतक के बावजूद टीम इंडिया नाथन लियोन (64 रन पर आठ विकेट) की फिरकी के जादू के सामने दूसरी पारी में 163 रन पर ढेर हो गई, जिससे मेहमान टीम को जीत के लिए 76 रनों का लक्ष्य मिला.कहानी अभी बाकी हैलाइव टीवी
इंदौर में हारे हुए मैच को जीत में पलट सकती है टीम इंडिया
ऑस्ट्रेलिया की टीम अब तीसरे दिन लक्ष्य हासिल करके जून में होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में जगह सुनिश्चित करने के इरादे से उतरेगी. स्पिन की अनुकूल पिच पर भारतीय बल्लेबाजों को एक बार फिर जूझना पड़ा और पुजारा (59 रन) के अलावा कोई बल्लेबाज लियोन का डटकर सामना नहीं कर पाया. नाथन लियोन ने मैच में 99 रन देकर 11 विकेट चटकाए. पुजारा के अलावा सिर्फ श्रेयस अय्यर (26) ही 20 रन के आंकड़े को पार कर पाए. भारतीय बल्लेबाजों को खराब शॉट चयन का खामियाजा भुगतना पड़ा.
ये तीन फैक्टर हैं ‘चमत्कार’ की चाबी
1. जडेजा, अश्विन और अक्षर का कहर
इंदौर में अगर टीम इंडिया को हारी हुई बाजी को जीत में पलटना हैं, तो दूसरी पारी में रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल का चलना बेहद जरूरी है. ऑस्ट्रेलिया ने साल 2020 में टीम इंडिया को एडिलेड टेस्ट मैच की दूसरी पारी में 36 रनों पर ऑलआउट किया था, ऐसे में टीम इंडिया भी वैसा ही कमाल कर सकती है. इंदौर टेस्ट की पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया ने अपने आखिरी 6 विकेट्स महज 11 रनों के अंदर ही गंवा डाले थे. उमेश यादव और रविचंद्रन अश्विन ने मिलकर ऐसी घातक गेंदबाजी की, जिससे ऑस्ट्रेलियाई टीम बिखर गई. दूसरी पारी में रवींद्र जडेजा, रविंचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल चल गए तो ऑस्ट्रेलिया 40 रनों पर भी ढेर हो सकता है.
2. फिजूल के रनों पर लगाम लगा देना
इंदौर टेस्ट मैच की पहली पारी में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 22 रन एक्स्ट्रा दे दिए. टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली पारी में 9 बाई, 8 लेग बाई और 5 नो बॉल के रूप में एक्स्ट्रा रन लुटा दिए. दूसरी पारी में टीम इंडिया को इसी गलती से बचना होगा, नहीं तो खेल आधे घंटे में ही खत्म हो जाएगा. रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल को पिच पर बने रफ को निशाना बनाकर गेंद को टिप्पा खिलाना होगा, जिससे ऑस्ट्रेलिया के लिए 75 रन भी 750 रन के बराबर हो जाएं.
3. DRS लेने में चतुराई
इंदौर टेस्ट मैच की पहली पारी में टीम इंडिया को DRS लेने के बाद कई बार नाकामी का सामना करना पड़ा है. इस टर्निंग पिच पर हर गेंद पर कुछ न कुछ होता रहेगा, लेकिन टीम इंडिया को दूसरी पारी में DRS लेने में चतुराई का इस्तेमाल करना होगा. पहली पारी में टीम इंडिया ने अपने तीनों रिव्यू गंवा दिए थे, ऐसे में उसे दूसरी पारी में इस हालात से बचना होगा. रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल को DRS लेने में संयम रखना होगा.
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