India vs England Headingley Test Day 5: भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है. लीड्स के हेडिंग्ले में मैच के आखिरी दिन इंग्लैंड को जीत के लिए 350 रनों की आवश्यकता है. भारत को सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल करने के लिए 10 विकेट झटकने होंगे. अगर दोनों टीमें ऐसा करने में नाकाम रहती हैं तो मैच ड्रॉ हो सकता है. भारत साल 2002 के बाद यहां एक मैच भी नहीं जीत पाया है.
अब तक मैच में क्या-क्या हुआ?
लीड्स में इंग्लिश टीम ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया और भारत ने तीन शतकों की मदद से 471 रन बना दिए. यशस्वी जायसवाल (101), कप्तान शुभमन गिल (147) और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (134) ने सैंकड़ा लगाया. इंग्लैंड की टीम पहली पारी में ओली पोप (106) के शतक की बदौलत 465 रन बनाए. भारत को 6 रनों की बढ़त मिली. इसके बाद टीम इंडिया दूसरी पारी में 364 रनों पर सिमट गई. इस तरह उसने इंग्लैंड को 371 रन का लक्ष्य दिया. भारत के लिए दूसरी पारी में केएल राहुल ने 137 और ऋषभ पंत ने 118 रन बनाए. इंग्लिश टीम का स्कोर चौथे दिन खेल समाप्त होने के समय 21/0 था. इस तरह उसे पांचवें दिन जीत के लिए 350 रन और बनाने होंगे.
अब अगर भारत को मैच के आखिरी दिन जीत हासिल करनी है तो उसे ये 3 काम करने होंगे…
1. कोहली जैसी कप्तानी
भारत ने 2021 में लॉर्ड्स के मैदान पर ऐतिहासिक जीत हासिल की थी. उसने इंग्लैंड को हराकर कमाल कर दिया था. उस समय विराट कोहली टीम के कप्तान थे. उन्होंने टीम इंडिया को एक भाषण दिया था. विराट कोहली ने तब लॉर्ड्स टेस्ट मैच में इंग्लैंड की दूसरी पारी से पहले अपने गेंदबाजों से कहा था कि वो 60 ओवर उन्हें (इंग्लैंड को) नर्क की तरह लगने चाहिए. लॉर्ड्स टेस्ट के अंतिम दिन भारत ने इंग्लैंड को जीत के लिए 60 ओवर में 272 रन का टारगेट दिया था. लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लिश टीम की पारी शुरू होने से पहले विराट कोहली ने टीम इंडिया को एकजुट कर भावुक भाषण दिया. विराट कोहली के ये शब्द आज भी क्रिकेट प्रशंसकों के दिलों में बसे हुए हैं. अब शुभमन को भी लीड्स टेस्ट के दौरान उसी तरह आक्रामक कप्तानी करनी होगी और खिलाड़ियों के मनोबल को ऊंचा उठाना होगा.
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2. फील्डिंग में गलती स्वीकार नहीं
इंग्लैंड की पहली पारी में भारतीय टीम ने खराब फील्डिंग की थी. टीम ने छह कैच छोड़े थे. अकेले हैरी ब्रूक को 3 जीवनदान मिले थे. वह 99 रन बनाकर आउट हुए थे. ओली पोप का कैच छूटा तो उन्होंने शतक ठोक दिया. यशस्वी जायसवाल ने 3, साई सुदर्शन, रवींद्र जडेजा और ऋषभ पंत ने 1-1 कैच टपकाया था. अब दूसरी पारी में टीम इंडिया ऐसी गलती फिर से बर्दाश्त नहीं कर पाएगी. खिलाड़ियों को जॉन्टी रोड्स की तरह फील्डिंग करनी होगी और इंग्लिश टीम पर दबाव बनाना होगा.
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3. बुमराह का देना होगा साथ
भारतीय टीम इस मैच में चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरी है. जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और शार्दुल ठाकुर पर बड़ी जिम्मेदारी है. पहली पारी में शार्दुल को ज्यादा ओवर नहीं मिले. सिराज और कृष्णा ने मिलकर 5 विकेट लिए, लेकिन करीब 250 रन भी दे दिए. दोनों गेंदबाज काफी महंगे साबित रहे. अकेले बुमराह ने मोर्चा संभाले रखा. उन्होंने पांच विकेट लिए. दूसरी पारी में बुमराह के ऊपर से दबाव को कम करना होगा. टीम के अन्य तेज गेंदबाजों को आगे बढ़कर बेहतर बॉलिंग करनी होगी. अकेले बुमराह मैच में जीत नहीं दिला पाएंगे. मुकाबले को जीतने के लिए सबको सही लाइन और लेंग्थ पर गेंदबाजी करनी होगी. उन्हें बुमराह का अच्छे से साथ देना होगा.