मेरठ हत्याकांड में बड़ा मोड़ आया है. आरोपी मुस्कान रस्तोगी ने जेल में एक बच्ची को जन्म दिया है, जिसके बाद मृतक सौरभ राजपूत के भाई ने नवजात के डीएनए टेस्ट की मांग तेज कर दी है. परिवार का कहना है कि बच्ची यदि सौरभ की साबित होती है तो वे उसे अपनाएंगे, लेकिन यदि पिता साहिल निकला तो जिम्मेदारी मुस्कान पर ही होगी.
मेरठ में एक दिल दहला देने वाले हत्याकांड में एक नया मोड़ सामने आया है. आरोपी मुस्कान रस्तोगी ने जेल में एक बच्ची को जन्म दिया है. इसी बीच मृतक सौरभ राजपूत के भाई ने नवजात के डीएनए परीक्षण की मांग की है. परिवार का कहना है कि बच्ची यदि सौरभ की साबित होती है तो वे उसे अपनाकर पालेंगे. लेकिन यदि डीएनए रिपोर्ट में बच्ची के पिता साहिल निकले तो वे उसकी जिम्मेदारी नहीं लेंगे.
यह मामला तब उजागर हुआ था जब मुस्कान नाम की महिला और उसके प्रेमी साहिल ने मिलकर सौरभ राजपूत की हत्या कर दी थी. हत्या को छिपाने के लिए दोनों ने सौरभ के शव के टुकड़े किए और उन्हें एक नीले प्लास्टिक ड्रम में भरा. उसके बाद उस ड्रम में सीमेंट डाल दिया ताकि बदबू न निकले और किसी को शक न हो. यह पूरी योजना बेहद क्रूरता से अंजाम दी गई थी.
जेल में बच्ची का जन्म और परिवार की बढ़ी शंका है कि बच्ची सौरभ की है या मुस्कान के प्रेमी साहिल की? यही सवाल अब इस हत्याकांड के सबसे महत्वपूर्ण बिंदुओं में शामिल हो गया है. सौरभ के भाई बबलू ने साफ कहा है कि डीएनए टेस्ट कराना बेहद जरूरी है. उनके अनुसार यदि बच्ची सौरभ की जैविक संतान साबित होती है, तो पूरा परिवार उसे अपनाकर पालने को तैयार है. लेकिन यदि डीएनए में यह साबित हो जाता है कि बच्ची साहिल की संतान है, तो वे उसे स्वीकार नहीं करेंगे. ऐसे में मुस्कान को ही बच्ची की परवरिश करनी होगी. परिवार का कहना है कि इस मामले में सत्य सामने आना जरूरी है, क्योंकि यह सिर्फ बच्ची की पहचान का सवाल नहीं है, बल्कि मृतक सौरभ की विरासत और परिवार के अधिकारों का मुद्दा भी है.
बबलू का सवाल है कि मुस्कान के रिश्तों की सच्चाई का क्या? परिवार का यह भी आरोप है कि मुस्कान और साहिल लंबे समय से अवैध संबंधों में थे. यही वजह है कि सौरभ की हत्या की गई. बबलू का कहना है कि “हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि बच्ची हमारे भाई की संतान है या नहीं. अगर यह साहिल की बच्ची निकली, तो इसे सौरभ के परिवार पर थोपना अन्याय होगा.” यही कारण है कि वे डीएनए टेस्ट के लिए कानूनी प्रक्रिया अपनाने पर जोर दे रहे हैं.
पुलिस भी इस मामले में डीएनए टेस्ट को लेकर आगे की प्रक्रिया में जुट गई है. बच्ची का भविष्य और सौरभ के परिवार के अधिकार, दोनों को देखते हुए डीएनए रिपोर्ट इस पूरे केस का सबसे अहम हिस्सा बन चुकी है. इस रिपोर्ट से कई सवालों के जवाब मिलेंगे. बच्ची का जैविक पिता कौन है? मुस्कान और साहिल के संबंध की सच्चाई कितनी गहरी थी? और क्या यह हत्या भी इसी रिश्ते की वजह से हुई?

