रिपोर्ट: अखंड प्रताप सिंह
कानपुर. आईआईटी कानपुर ने एक ऐसा जूता तैयार किया है, जो ग्लेशियर और अत्यधिक ठंडी जगह पर तैनात सैनिकों के लिए बेहद मददगार साबित होगा. दरअसल भारतीय सेना के जवान ग्लेशियर और बेहद सर्द स्थानों पर तैनात रहते हैं. ऐसे में उन्हें वहां पर कई घंटे ड्यूटी देनी होती है. सबसे ज्यादा दिक्कत उनके पैरों को होती है क्योंकि वह बर्फ में जम जाते हैं. वहीं, इस वजह से उन्हें कोल्डफिट की शिकायत हो जाती है, लेकिन अब यह समस्या नहीं होगी.
आईआईटी कानपुर के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग की टीम ने स्पेशल जूते तैयार किए हैं. यह जवानों के पैरों को गर्माहट देने के साथ बाहरी तापमान के अनुसार जूते के अंदर का भी तापमान सेट कर सकेंगे. वहीं, आईआईटी कानपुर ने इस तकनीक का भारतीय सेना के इस्तेमाल के लिए रक्षा मंत्रालय के इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सीलेंस में आवेदन करेगा.
जानिए कहां से आया आइडियाआईआईटी कानपुर के मैकेनिकल इंजीनियरिंग और डिजाइन विभाग के प्रोफेसर जे रामकुमार ने न्यूज़ 18 लोकल से विशेष बातचीत में बताया कि उनको इसका आइडिया डॉक्टर डोकानिया से आया है. उनके मुताबिक, डॉक्टर ने बताया था कि उनको ऑपरेशन के दौरान कोल्डफिट की समस्या हो जाती है. ऐसे में कोई ऐसा प्रोडक्ट या जूता तैयार किया जाए जो इस समस्या से निजात दिला सके. इसके बाद इस जूते पर काम शुरू किया गया और इसको तैयार किया गया.
6 महीने का लगा समयआईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों ने 6 महीने की मेहनत के बाद इस जूते की डिजाइन और प्रोटोटाइप को तैयार कर लिया है. वहीं, इसकी मैकेनिज्म को भी तैयार कर लिया गया है. इसको तैयार करने में आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर जे राम कुमार, दिवाकर तिवारी, जितेंद्र शर्मा, डॉक्टर डोकानिया और अमरदीप सिंह शामिल हैं.
ऐसे काम करता है जूताइस जूते में 12 वोल्ट की बैटरी लगाई गई है और इसमें तापमान को नियंत्रण करने के लिए सेंसर युक्त डिवाइस का भी प्रयोग किया गया है. इसमें रबड़ सोल लगाया गया है जिसके बीच में तारों की एक पतली चादर डाली गई है. इसमें नाइक्रोम तार डाला गया है. वहीं, जब बैटरी से करंट इन तारों पर जाता है तो यह हीट प्रोड्यूस करते हैं जिससे गर्माहट महसूस होती है.
एयरफोर्स और डीआरडीओ को भाया यह जूताप्रोफेसर जे रामकुमार ने बताया कि एयर फोर्स और डीआरडीओ के कुछ मेंबर्स ने जूते को देखा है. वह इसको काफी पसंद कर रहे हैं. उनका कहना है कि यह डिफेंस के क्षेत्र में बेहद मददगार साबित होगा. सैनिकों के लिए वरदान साबित होगा.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: DRDO, Iit kanpur, Indian army, Kanpur newsFIRST PUBLISHED : September 14, 2022, 15:51 IST
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