IAS Officer| UPSC Success Story| UPPSC| IAS Rinku Singh story: IAS Story: अधिकारी को मारी गईं 7 गोलियां, जिंदा लौटकर बन गया IAS, अब उठक-बैठक के बाद ट्रांसफर!

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Last Updated:August 02, 2025, 09:58 ISTIAS Rinku Singh, IAS Story: उत्‍तर प्रदेश के एक आईएएस ऑफि‍सर काफी चर्चा में हैं. उठक बैठक का एक वीडियो वायरल होने के बाद उनका ट्रांसफर कर दिया गया. आइए जानते हैं इस आईएएस अधिकारी की पूरी कहानी…Who is IAS Rinku Singh, IAS Story, yogi sarkar: आईएएस रिंकू सिंह की कहानी.हाइलाइट्सपीसीएस अधिकारी रहते मारी गईं गोलियां.काफी मुश्‍किल से बची जान.UPSC पास करके बने IAS.IAS Rinku Singh, IAS Story: उत्तर प्रदेश के IAS अफसर रिंकू सिंह राही एक बार फिर सुर्खियों में हैं. शाहजहांपुर में SDM के तौर पर तैनाती के पहले ही दिन उनका एक वीडियो वायरल हो गया,जिसमें वो वकीलों के सामने कान पकड़कर उठक-बैठक करते दिखे. लेकिन ये उनकी पहली चर्चा नहीं है. 16 साल पहले उन पर 7 गोलियां चली थीं और कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा.आइए जानते हैं पूरी कहानी…

Who is IAS Rinku Singh: कौन हैं रिंकू सिंह राही?

रिंकू सिंह राही (Rinkoo Singh Rahee) का जन्म 20 मई 1982 को यूपी के हाथरस में हुआ. उनके पिता एक छोटी सी आटा चक्की चलाते थे और घर की हालत साधारण थी.रिंकू ने अपनी प्राथमिक पढ़ाई सरकारी स्कूल से की और 12वीं पास करने के बाद अच्छे नंबरों की बदौलत स्कॉलरशिप मिली. इसके बाद उन्होंने टाटा इंस्टीट्यूट से बीटेक की डिग्री हासिल की.पढ़ाई में उनकी लगन यहीं नहीं रुकी.उन्होंने आगे चलकर एमए भी किया.दलित समुदाय से आने वाले रिंकू ने 2004 में UPPCS पास की और 2008 में जिला समाज कल्याण अधिकारी बने.फिर 2021 में UPSC परीक्षा में 683वीं रैंक हासिल की. इस तरह वह 2022 बैच के IAS अफसर बने.वह दिव्यांग कोटे से इस मुकाम तक पहुंचे जो उनकी मेहनत की मिसाल है.

IAS Ki Kahani: 7 गोलियों की कहानी

रिंकू की जिंदगी का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट 26 मार्च 2009 को आया.मुजफ्फरनगर में समाज कल्याण अधिकारी रहते उन्होंने 100 करोड़ रुपये के स्कॉलरशिप घोटाले का भंडाफोड़ किया.फर्जी खातों में चेक जमा कर पैसा उड़ाया जा रहा था लेकिन उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद माफिया उनके निशाने पर आ गए.एक दिन बैडमिंटन खेलते वक्त दो हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं.सात गोलियां लगीं! दो गोलियां चेहरे पर लगीं जिससे उनका चेहरा बिगड़ गया. एक कान खराब हो गया और एक आंख की रोशनी चली गई.मेरठ के सुभारती मेडिकल कॉलेज में एक महीने तक इलाज चला और कई सर्जरी के बाद वह जिंदा लौटे.इस हमले में चार आरोपियों को 10-10 साल की सजा हुई लेकिन बाकी बच गए.

पागलखाने तक का सफर

रिंकू की मुश्किलें यहीं खत्म नहीं हुईं.उन्‍होंने एक मीडिया को दिए गए इंटरव्‍यू में बताया कि ईमानदारी की वजह से उन्हें चार्जशीट और सस्पेंशन झेलना पड़ा. 2012 में RTI के जरिए सूचना मांगने पर एक साल इंतजार के बाद भी जवाब न मिलने पर उन्होंने लखनऊ में अनशन शुरू किया लेकिन साजिश के तहत उन्हें मेंटल हॉस्पिटल भेज दिया गया ताकि उन्हें पागल घोषित किया जा सके.2015-16 में श्रावस्ती और 2018 में ललितपुर में भी गलत आरोपों का सामना करना पड़ा,लेकिन वो टूटे नहीं.

SDM Rinku Singh Rahi News : वायरल वीडियो और उठक-बैठक

24 जुलाई 2025 को मथुरा से शाहजहांपुर में SDM बने रिंकू का पहला दिन विवादों में घिर गया.तहसील का निरीक्षण करते वक्त उन्होंने वकील के मुंशी विजय को खुले में पेशाब करते देखा.जब विजय ने गंदे टॉयलेट का बहाना बनाया तो रिंकू ने उसे उठक-बैठक लगवाई. ये बात वकीलों तक पहुंची और वे नाराज होकर धरने पर बैठ गए.तनाव बढ़ने पर रिंकू ने मंच से कहा कि मैं तहसील का सबसे बड़ा अधिकारी हूं अगर किसी को ठेस पहुंची हो तो माफी मांगता हूं.फिर खुद 5 बार कान पकड़कर उठक-बैठक लगाई जिसका वीडियो वायरल हो गया.

IAS Rinku Singh Transfer: और हो गया ट्रांसफर

इस वीडियो के वायरल होने के बाद 30 जुलाई 2025 को रिंकू को SDM पद से हटाकर लखनऊ के राजस्व परिषद में अटैच कर दिया गया. सरकार ने इसे जनहित में लिया फैसला बताया, लेकिन सूत्रों का कहना है कि उठक-बैठक को गलत आचरण माना गया. रिंकू का कहना है कि मैंने नियमों का पालन करवाया और अगर गलती हुई तो उसे मानने में शर्म नहीं.Dhiraj Raiअसिस्टेंट एडिटरन्यूज़18 हिंदी (Network 18) डिजिटल में असिस्टेंट एडिटर के तौर पर कार्यरत. करीब 13 वर्ष से अधिक समय से मीडिया में सक्रिय. हिन्दुस्तान, दैनिक भास्कर के प्रिंट व डिजिटल संस्करण के अलावा कई अन्य संस्थानों में कार्य…और पढ़ेंन्यूज़18 हिंदी (Network 18) डिजिटल में असिस्टेंट एडिटर के तौर पर कार्यरत. करीब 13 वर्ष से अधिक समय से मीडिया में सक्रिय. हिन्दुस्तान, दैनिक भास्कर के प्रिंट व डिजिटल संस्करण के अलावा कई अन्य संस्थानों में कार्य… और पढ़ेंFirst Published :August 02, 2025, 09:58 ISThomecareerअधिकारी को मारी गईं 7 गोलियां, लौटकर बना IAS, अब उठक-बैठक के बाद ट्रांसफर!

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