हरिद्वार के मनसा देवी में अचानक कैसे हुआ इतना बड़ा हादसा? मृतक आरुष के परिजनों ने बताया आंखों देखी हाल

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Last Updated:July 29, 2025, 10:25 ISTHaridwar Mansa Devi Stampede Ground Report: हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में करंट फैलने की अफवाह से भगदड़ मच गई, जिसमें मीरगंज के सहोड़ा गांव के 8 वर्षीय आरुष की मृत्यु हो गई. परिवार के चार सदस्य एम्स ऋषिकेश मे…और पढ़ेंहाइलाइट्सहरिद्वार में भगदड़ से 8 वर्षीय आरुष की मृत्यु.करंट फैलने की अफवाह से मचा हड़कंप.परिवार के चार सदस्य एम्स ऋषिकेश में भर्ती.विकल्प कुदेशिया/बरेली: उत्तराखंड के हरिद्वार (मनसा देवी) में करंट फैलने की अफवाह से भगदड़ के चलते बड़ा हादसा हो गया था. इस हादसे में उत्तर प्रदेश के कई लोग हादसे का शिकार हुए. सीढ़ियों पर भगदड़ में मीरगंज के सहोड़ा गांव का मासूम आरुष हुआ शिकार. जिसकी भीषण हादसे में मृत्यु हो गई. परिवार में हादसे की सूचना से मातम छा गया. आपको बताते चलें कि  बरेली से मनसा देवी हरिद्वार दर्शन करने के लिए परिवार के पांच सदस्य उत्तराखंड स्थित हरिद्वार गए थे.

मीरगंज के सहोड़ा गांव, के निवासी प्रदीप, जो कि मृतक आरुष के ताऊ हैं, उन्होंने लोकल-18 से खास बातचीत करते हुए बताया कि परिवार के पांच सदस्य, 25 जुलाई को गांव से दर्शन करने के लिए हरिद्वार गए हुए थे. जहां वो मनसा देवी दर्शन करने के लिए पहुंचे. मंदिर के गेट पर मंदिर के लोगों ने कहा कि मंदिर में प्रसाद नहीं चढ़ेगा. सभी लोग वापस जाएं, जब सभी लोग वापस चलने लगे, तभी मंदिर परिसर में करंट फैलने की अफवाह फैल गई. जिससे अफरा-तफरी और भागा-दौड़ी का माहौल चारों तरफ दिखा. एक महिला चार बच्चे, भीड़ धक्का मुक्की करने लगी. आरुष का हाथ परिवार के लोगों से छूट गया. जिसके चलते आरुष भीड़ में दब गया और उसकी मृत्यु हो गई. अगर उत्तराखंड,पुलिस प्रशासन सतर्कता से काम करता, तो इतना बड़ा हादसा नहीं होता. प्रदीप बताते हैं कि परिवार के चार लोग अभी भी हरिद्वार में ही भर्ती हैं. जिनकी हालत गंभीर बताई गई है. सभी लोग एम्स ऋषिकेश में भर्ती हैं. उत्तराखंड  पुलिस प्रशासन  उनकी देखरेख कर रहा है. हमारे भी परिवार के कई लोग एम्स ऋषिकेश में रुककर परिजनों की मदद के लिए कार्य कर रहे हैं.

मृतक आरुष के भाई अमन ने हरिद्वार के मनसा देवी में हुए हादसे की आंखों देखी दास्तां सुनाते हुए लोकल 18 को बताया कि परिवार के पांच लोग  हरिद्वार दर्शन करने के लिए गए हुए थे. मनसा देवी के मंदिर में दर्शन करने के लिए परिवार के लोग गए. लेकिन तभी, मनसा देवी में दर्शन करने आए अन्य भक्तों के द्वारा मंदिर परिसर से वापसी करते हुए बताया कि मंदिर में दर्शन नहीं हो रहे हैं. सभी लोग वापस जाएं. यह बात अमन एवं आरुष और उनके साथ गए हुए परिवार के लोगों ने सुनी, तो वह भी वापस हरिद्वार के लिए जाने लगे. तभी अचानक वहां पर करंट फैलने की सूचना उड़ी और लोक धक्का मुक्की करने लगे. तभी मेरा हाथ आरुष के हाथ से छूट गया. अमन बताते हैं कि वह धक्का मुक्की में परिवार के लोगों के साथ आगे हो गए और आरुष पीछे रह गया. अन्य प्रदेशों से आए हुए 50 से 60 लोग दबे हुए स्थिति में वहां पर थे. देखते ही देखते हादसा बड़ा हो गया और कई लोगों की मौत की सूचना सामने आई. जिसमें हमारे भी परिवार के आरुष को हमसे छीन लिया. हमारे परिवार के दो लोग हरिद्वार और दो लोग इमरजेंसी एम्स ऋषिकेश में भर्ती हैं.

अमन ने उत्तराखंड सरकार से यह गुहार लगाई है कि मंदिर परिसर में जाने का रास्ता अलग होना चाहिए और भक्तों के दर्शन के बाद आने का रास्ता अलग होना चाहिए. हरिद्वार के मनसा देवी में ऊपर लगी हुई जो दुकाने हैं. वह भी काम दायरे में लगी होनी चाहिए. जिससे ज्यादा संख्या में भीड़ मंदिर दर्शन करने के लिए जाए, तो भविष्य में इस तरह के बड़े हादसे न हो. हमारे घर के 8 वर्षीय आरुष को गंभीर हादसे ने हमसे छीन लिया है. हमारे परिवार के कई लोग अभी भी घायल अवस्था में  ऋषिकेश एम्स में भर्ती हैं. हम जल्द उनके स्वस्थ होने की कामना करते हैं.Lalit Bhattमीडिया फील्ड में एक दशक से अधिक से सक्रिय. साल 2023 में News18 हिंदी से जुड़े. 2010 से नई दुनिया अखबार से पत्रकारिता की शुरुआत की.फिर हिंदुस्तान, ईटीवी भारत, वेबदुनिया समेत कई जगहों पर रिपोर्टिंग और डेस्क में …और पढ़ेंमीडिया फील्ड में एक दशक से अधिक से सक्रिय. साल 2023 में News18 हिंदी से जुड़े. 2010 से नई दुनिया अखबार से पत्रकारिता की शुरुआत की.फिर हिंदुस्तान, ईटीवी भारत, वेबदुनिया समेत कई जगहों पर रिपोर्टिंग और डेस्क में … और पढ़ेंLocation :Bareilly,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshहरिद्वार के मनसा देवी में अचानक कैसे हुआ इतना बड़ा हादसा? जानिए हकीकत

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