दिल्ली ब्लास्ट ने याद दिलाया वो खौफनाक मंजर, जब धमाके से दहल उठा था बनारस
दिल्ली में हुए धमाके की खबर ने एक बार फिर वाराणसी के लोगों की उस दर्दनाक याद को ताजा कर दिया है, जब मंदिर की घंटियों के बीच बम धमाकों ने पूरे शहर को हिला दिया था. उस दिन की गूंज आज भी लोगों के दिलों में डर और आंसू दोनों छोड़ गई थी. 2006 में संकट मोचन मंदिर ब्लास्ट से दहल उठा था वाराणसी, जब एक बम धमाके ने शहर को हिला दिया था और 16 लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद वाराणसी के लोगों में आक्रोश था और वे अपने परिजनों को ढूंढ रहे थे.
वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर भी हुआ धमाकावहीं, मंदिर पर हुए इस धमाके के कुछ ही मिनट बाद वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर भी धमाका हुआ. इस सीरियल ब्लास्ट में 16 लोगों की मौत हुई और करीब 75 लोग घायल हो गए. कुछ मिनटों के भीतर पूरा शहर डर और सन्नाटे में डूब गया. रात के 8 बजते-बजते वाराणसी की सड़कों पर वीरानी छा गई थी. हर ओर पुलिस और एम्बुलेंस की आवाजें गूंज रही थीं. संकट मोचन मंदिर के बाहर लाल-नीली बत्ती वाली गाड़ियों की लंबी कतार थी. लोग अपने परिजनों को ढूंढ रहे थे और शहर शोक में डूब चुका था।
गिरफ्तार हुआ था आतंकीवलीउल्लाह इस हमले के बाद 5 अप्रैल 2006 को प्रयागराज के फूलपुर गांव के रहने वाले वलीउल्लाह को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया था. इस घटना से लोगों में इतना आक्रोश था कि वाराणसी के वकीलों ने वलीउल्लाह का मुकदमा लड़ने से भी इनकार कर दिया था. बाद में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस केस को गाजियाबाद जिला अदालत में ट्रांसफर कर दिया था।
आज भी कांप उठते हैं लोग वाराणसी के लोग आज भी उस दिन को भूल नहीं पाए हैं. मंदिर की घंटियों और शहनाई की आवाज के बीच हुए धमाकों की गूंज अब भी उनके दिलों में जिंदा है. दिल्ली धमाकों की खबर सुनते ही वही दर्दनाक यादें फिर से ताजा हो गईं.

