आंखें हमारे शरीर का सबसे जरूरी अंगों में से एक हैं, जिनके बिना जीवन अधूरा है. लेकिन इसकी अहमियत तब तक व्यक्ति को समझ नहीं आती है, जब तक आंखों से अचानक एक दिन दिखाई देना न बंद हो जाए. इसलिए आंखों की सेहत के साथ लोग जी भर की मनमानी करते हैं. नजदीक से रातभर मोबाइल चलाना, रात में देर टीवी-लैपटॉप देखते देखते सो जाना, दिन भर स्किन में आंखे गड़ाए रखना तो आज के समय में लाइफस्टाइल बन गया है. जिसके कारण आज के समय में आंखों की समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं. लंबे समय तक स्क्रीन के सामने बैठने से आंखों में जलन, लालिमा, सूखापन, धुंधलापन और दृष्टि कमजोरी जैसी समस्याएं सामने आती हैं. इसके अलावा, आंखों में बढ़ता दबाव (इंट्राऑकुलर प्रेशर) और रेटिना की क्षति जैसी गंभीर बीमारियां भी देखने को मिल रही हैं.
इसलिए आंखों की देखभाल जल्द से जल्द शुरू करना जरूरी है. सही खान-पान के साथ-साथ उचित जीवनशैली अपनाकर हम अपनी आंखों को स्वस्थ रख सकते हैं और उम्र के साथ होने वाले दृष्टि संबंधी विकारों से बच सकते हैं. हाल ही में आयुर्वेद एक्सपर्ट डिंपल जांगड़ा ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में ऐसी 5 नेचुरल चीजों के बारे में बताया है, जो आंखों की सेहत को दुरुस्त करने का काम आपके लिए बहुत ही आसान बना सकते हैं.
आंवलाआंवला विटामिन C का बेहतरीन सोर्स है और इसमें शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं. यह आपकी आंखों के रेटिना को नुकसान से बचाने में मदद करता है और आंखों की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है. आंवला का नियमित सेवन उम्र से जुड़ी दृष्टि संबंधी बीमारियों को रोकने में सहायक होता है. इसके अलावा, यह आंखों में सूजन और लालिमा को भी कम करता है.
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त्रिफलात्रिफला तीन फलों हरीतकी, विभीतकी और आंवले का मिश्रण है. यह आंखों से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करता है और आंखों की ऊतकों के पुनर्निर्माण में सहायक होता है. आप त्रिफला को पानी में उबालकर छान लें और इसे आंखों में धीरे-धीरे डालें, इससे आंखों से टॉक्सिन्स निकल जाते हैं और आंखें तरोताजा महसूस करती हैं.
घीघी आंखों के लिए एक नेचुरल औषधि की तरह काम करता है. यह आंखों की मांसपेशियों को पोषण देता है, उन्हें चिकनाई प्रदान करता है और सूखापन व सूजन से बचाता है. खासकर वात और पित्त दोष की असंतुलन से होने वाली समस्याओं में घी का सेवन लाभकारी होता है. नियमित रूप से थोड़ा सा घी लेने से आंखों की जलन और सूखापन कम होता है.
हरी पत्तेदार सब्जियां और ठंडे फलपालक, ककड़ी, कद्दू और अंगूर जैसे ठंडे फल और हरी पत्तेदार सब्जियां विटामिन A और C से भरपूर होते हैं. ये पित्त दोष को कम करते हैं, जो आंखों में लालिमा और सूखापन पैदा करता है. इनका सेवन आंखों में होने वाली जलन और अन्य समस्याओं को घटाता है और आंखों को ठंडक पहुंचाता है.
शतावरीशतावरी, जिसे एस्परागस भी कहा जाता है, विटामिन B, E और अन्य छोटे-छोटे कई सारे पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत है. यह आंखों के आसपास की ऊतकों के पुनर्निर्माण में मदद करता है और रेटिना की सुरक्षा करता है. शतावरी का नियमित सेवन दृष्टि संबंधी विकारों को कम करने में सहायक होता है.
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गाजर का जूसइन पांच खाद्य पदार्थों के साथ आप एक गिलास गाजर का जूस भी रोजाना ले सकते हैं. गाजर विटामिन A का बेहतरीन सोर्स है, जो आंखों की रोशनी बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसे आप घर पर बहुत ही आसानी से बनाकर पी सकते हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.