यदि आप 30 के बाद फैमिली प्लानिंग करने वाले हैं या कर रहे हैं, तो इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप अपनी फर्टिलिटी को बूस्ट रखें. ऐसा इसलिए जरूरी है क्योंकि तीस के बाद से महिलाओं की फर्टिलिटी कम होने लगती है यानी की कंसीव करने की संभावना कम होते जाती है. जिसके कारण प्रेगनेंसी के दौरान और इससे पहले बहुत सारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ सकता है.
वैसे तो आज के समय में कई फर्टिलिटी ट्रीटमेंट मौजूद हैं, लेकिन एक महिला अपने मां बनने की संभावना को नेचुरल तरीके से बढ़ाने के लिए भी कुछ कदम उठा सकती हैं. यहां हम आपको ऐसे ही कुछ जरूरी उपायों के बारे में बता रहे हैं.
कम कार्बोहाइड्रेट खाएं
कार्बोहाइड्रेट लोड को कम करने से हार्मोनल असंतुलन में सुधार हो सकता है और सामान्य आहार की तुलना में गर्भावस्था की दर में सुधार के लिए ओव्यूलेशन फिर से शुरू हो सकता है. विशेष रूप से अधिक वजन वाली महिलाओं और पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम वाले लोगों में.
स्ट्रेस से बचें
मायो क्लिनिक के अनुसार, अकेले तनाव बांझपन का कारण नहीं बन सकता है. लेकिन तनाव एक महिला की गर्भवती होने की क्षमता में हस्तक्षेप जरूर करता है. शोध से पता चला है कि डिप्रेशन वाली महिलाओं में बांझपन के मामले दोगुना होते हैं. स्ट्रेस कंसीव करने के समय को बढ़ा सकता है.
वजन कंट्रोल रखना जरूरी
अधिक वजन प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है. अधिक वजन वाली महिलाओं में लेप्टिन हार्मोन अधिक होता है, जिससे प्रजनन क्षमता कम हो सकती है. दूसरी ओर, कम वजन होना हार्मोनल संतुलन में हस्तक्षेप कर सकता है और प्रजनन क्षमता को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है. ऐसे में वेट मैनेजमेंट बहुत जरूरी है.
विटामिन और मिनरल्स सप्लीमेंट्स लें
फोलिक एसिड और विटामिन डी से लेकर जस्ता और सेलेनियम तक महिलाओं के फर्टिलिटी के फायदों से जुड़े हैं. ऐसे में एक्सपर्ट से परामर्श करके इसका सेवन सही वक्त पर शुरू कर देने लेट मां बनने वाली महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद रहता है.
इसे भी पढ़ें- प्रेग्नेंसी में जरूर खाएं ये 5 फूड्स, ठंड में स्ट्रांग रहेगा इम्यूनिटी सिस्टम
प्लास्टिकों का उपयोग कम से कम करें
कई प्लास्टिकों (BPA) में पाए जाने वाले कुछ केमिकल को प्रजनन क्षमता के लिए हानिकारक माना जाता है। बीपीए का उपयोग अक्सर प्लास्टिक की बोतलों जैसी वस्तुओं और क्लिंग फिल्म में किया जाता है। हालांकि हम इन रसायनों से पूरी तरह से बच नहीं सकते हैं. लेकिन कम से कम इसका इस्तेमाल करना एक अच्छा विकल्प है.
डॉक्टर से परामर्श जरूरी
यदि आप 30 के बाद फैमिली प्लानिंग के बारे में सोच रहे हैं तो इसके बारे में डॉक्टर से परामर्श बहुत मददगार साबित हो सकता है. इससे आपको आपकी प्रजनन क्षमता और यदि कोई संभावित समस्या है तो जल्द से जल्द इसके बारे में आपको पता लग जाएगा.
इसे भी पढ़ें- Pregnancy Tips: सिर्फ पपीता ही नहीं प्रेग्नेंसी में इन फलों को खाने से भी होता है नुकसान
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
ED recovers Rs 14 crore during raids at 44 locations in Jharkhand, West Bengal over coal scam
RANCHI: The Enforcement Directorate (ED) has seized cash and jewellery worth over Rs 14 crore during extensive raids…

