होमगार्ड तो निकला बड़ा गैंगस्टर, 24 साल तक करता रहा पुलिस के साथ काम, किसी को नहीं लगी भनक

admin

सबसे बड़े दुश्मन पर क्यों मेहरबान अमेरिका, कैसे एक साथ चीन को दी डबल खुशखबरी?

आजमगढ़: यूपी के आजमगढ़ जिले के मुबारकपुर थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाली बात सामने आई है. यहां एक गैंगस्टर ने 24 साल तक होमगार्ड की नौकरी की. जबकि उस पर पॉस्को एक्ट के तहत मामलों के अलावा हत्या, हत्या के प्रयास, लूट-डकैती, गांजा तस्करी सहित कुल आठ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. यह कोई और नहीं बल्कि पुलिस मालखाने की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहा होमगार्ड निरंकार राम है, जो खुद एक बड़ा गैंगस्टर है. निरंकार राम पर आजमगढ़, मऊ और देवरिया जिलों में कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.

गैंगस्टर होमगार्ड की आपराधिक पृष्ठभूमिनिरंकार राम की तैनाती वर्ष 2001 में मुबारकपुर थाने पर होमगार्ड के पद पर हुई थी. लेकिन मात्र दो साल बाद, वर्ष 2003 में उसने अपराध जगत में कदम रखा. पिछले 22 वर्षों में निरंकार राम ने कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया है. प्रदेश के टॉप टेन अपराधियों से भी उसका कनेक्शन बताया जा रहा है, जिससे उसकी आपराधिक गतिविधियों का दायरा काफी बड़ा माना जाता है.

पहला आरोप यह था लगा
निरंकार राम ने आजमगढ़ जिले के जिला प्रशिक्षण केंद्र होमगार्ड विभाग में 2001 से लेकर 2002 तक प्रशिक्षण किया. इसका प्रमाण पत्र भी तत्कालीन कमांडेंट अली अहमद ने दिया. प्रशिक्षण काल में चरित्र और आचरण भी अच्छा बताया. 2003 से शुरू हुई मुकदमे की फेहरिस्त 2017 तक जारी रही. इन मुकदमों में वर्ष 2003 में मुबारकपुर थाने में ही पहला मुकदमा एनडीपीएस एक्ट में दर्ज हुआ. इस मुकदमे में होमगार्ड पर आरोप था कि उसके पास से बड़ी मात्रा में डायजापाम की गोलियां और नशे वाला लड्डू बरामद किया गया था. जिसे यात्रियों को खिलाकर उनके सामानों की चोरी की जाती थी.

2005 में आजमगढ़ जिले के मुबारकपुर थाने में एनडीपीएस एक्ट, 2010 में मुबारकपुर थाने में एनडीपीएस एक्ट, 2011 में मुबारकपुर थाने में 110 G, वर्ष 2010 में 110 G, वर्ष 2014 में रेप और पॉक्सो एक्ट, 2010 में चोरी, यह सभी छह मुकदमे आजमगढ़ जिले के मुबारकपुर थाने में दर्ज हैं. इसके साथ ही वर्ष 2009 में देवरिया जिले के बढ़नी जीआरपी थाने में पीड़ित राजकुमार कनौजिया ने सकती पत्र देकर आरोप लगाया कि बैग दिखाकर बाथरूम करने गया था. इसके बाद विश्वास में लेकर आरोपी ने बैग गायब कर दिया था. साथ ही 2017 में मऊ जिले के जीआरपी थाने में चोरी के साथ माल बरामदगी के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया था. मऊ में दर्ज मुकदमे की विवेचना के दौरान चार आरोपियों का नाम सामने आया. इन आरोपियों में निरंकार पुत्र बिरजू थाना मुबारकपुर, दीपक पुत्र रामसेवक थाना मुबारकपुर, मनोज कुमार पुत्र मंगल चंद्र वर्मा थाना मुबारकपुर और देशराज उर्फ़ टिंटू थाना मुबारकपुर प्रमुख थे.

आपराधिक कनेक्शन और सुरक्षा व्यवस्था में सेंधनिरंकार राम के इस काले कारनामे से इलाके में भय का माहौल है. पुलिस की सुरक्षा में तैनात एक ऐसा व्यक्ति जो खुद अपराधों में लिप्त हो, इससे पुलिस की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठ रहे हैं. यह घटना न केवल प्रशासन की साख को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि आम जनता की सुरक्षा के प्रति विश्वास को भी कमजोर करती है.

Source link