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रिपोर्ट : विशाल झा

गाजियाबाद. होली का त्योहार रंगों के साथ मस्ती का भी त्योहार है. इसकी मस्तियां साहित्य में भी झलकती हैं. होली को मदनोत्सव भी कहते हैं. ऐसे में इस मदनोत्सव की फगुनाहट कवियों की रचनाओं में भी दिखने लग जाती हैं.

कल्पना करिए कि क्या अपनी चंचल प्रेमिका को रंगे बिना क्या आपकी होली पूरी हो पाएगी? हर प्रेमी का सपना होता है कि अपनी प्रेमिका को सबसे पहले गुलाल लगाए. पर एक प्रेमी के सामने क्या-क्या मुश्किलें होती हैं – इसी को दर्शाया है कवि आरपी शर्मा ने अपनी कविता ‘होली पर प्रेमिका की तलाश’. सुनिए उनकी कविता और होली का आनंद लीजिए.

अबकी होली का था हमें बहुत इंतजारक्योंकि पिछली पैंतीस होली तो हो चुकी थी बेकारन मिली रुक्मणी न मिली थी राधाउमर बीत गई थी आधी से ज्यादामन में आता था एक ही विचारकि कहीं वह भ्रूण हत्या का तो नहीं हो गई शिकार

अब होली वाले दिन पहले की हमने पूजा, फिर छुए बड़ों के पैरहर एक को गले लगाया, भुला के पुराने बैरचारों ओर की होली की वेबहमने भी रंगों से भर ली अपनी जेब

बहुतों का तो बजाना था बैंडऔर कम से कम एक बनानी थी गर्लफ्रेंडघर से निकलते ही दिखी पड़ोसवालीपर रंग लगाने से पहले ही उसने दे दी गालीफिर मिली मोहल्ले की सपनाबोली तुम्हारा रंग नहीं चढ़ेगा, रिश्ता हो गया है, पक्का अपना

तीसरी बोली अभी तुम्हारे पिताजी के रंग लगवा कर आए हैंअरे तुमसे ज्यादा तो… वे हमें भाए हैं

और चौथी तो हमें देखते ही तुरंत जोर से मम्मी-मम्मी बोलीफिर उसकी मम्मी ने हमारे साथ जमकर खेली लठ्ठ होलीलठ्ठ इतने पड़े कि प्यार का भूत भाग गयाऔर होली वाले दिन रक्षाबंधन वाला प्रेम जाग गयाढेरों रंग और मेहनत हो गई बेकारइस कमजोर प्राणी पर खूब हुए अत्याचार

घर पहुंचे तो पिताजी बैठे थे नाराज सुन कर हमारी कृष्ण लीलाऔर उन्होंने तो बिना रंग के ही पूरा शरीर कर दिया लाल-नीला-पीलावो तो अच्छा था कि घर में अम्मा की चलती थीऔर अम्मा और हमारी आपस में खूब रमती थी

हमने तुरंत उनके चरण पकड़े और कह डाले अपने सारे अरमानफिर अम्मा ने पिताजी को लताड़ा और जारी कर दिया अपना फरमानकि जा छोरा की शादी हो जानी चाहिए दो महीना मेंआनन-फानन में जब पिताजी ने बेची अपनी दौलत आधीतब जाकर, दो मई को हो पाई हमारी पूरी शादी

अब एक भयानक पत्नी के हम बन तो गए हैं हस्बैंडपर दिल तो अब भी बेचैन है पाने को गर्लफ्रेंड

इसी गम में हमने गली-गली छान मारी हैऔर प्रेमिका की तलाश आज भी जारी है, आज भी जारी है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Ghaziabad News, Holi celebration, Holi festivalFIRST PUBLISHED : March 07, 2023, 17:07 IST

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