अयोध्या समाचार: हनुमान चालीसा की ये चार चौपाइयाँ बदल देंगी किस्मत, मिलेगी सफलता, धन, विद्या और शत्रुओं से मुक्ति
आज के समय में लोग अपने जीवन में सफलता और धन की प्राप्ति के लिए कई तरह के उपाय करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि हनुमान चालीसा की कुछ चौपाइयों का अनुसरण करने से आपकी समस्त मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं और आपके जीवन में कई तरह के बदलाव देखने को मिल सकते हैं?
साधु संतों का ऐसा मानना है कि अगर आप सुंदरकांड अथवा हनुमान चालीसा के चौपाई का अनुसरण कर रहे हैं और उसका अर्थ आपको पता है तभी उस चौपाई का पुण्य आपको अर्जित होगा. ऐसी स्थिति में कुछ ऐसी चौपाई हैं जिसका अनुसरण करने से आपकी समस्त मनोकामनाएं पूरी होती हैं और रोगों से मुक्ति मिलती है. इसके बारे में विस्तार से राम कचहरी चारों धाम मंदिर के महंत शशिकांत दास ने बताया कि अगर आप किसी रोग से पीड़ित हो और इलाज के बावजूद भी आपका रोग नहीं ठीक हो रहा है, तो ऐसी स्थिति में हनुमान चालीसा के “नासै रोग हरै सब पीरा। जपत निरंतर हनुमत बल बीरा।।” का अनुसरण करें.
इसी तरह, अगर आप कोई कार्य कर रहे हैं और उस कार्य में सफलता नहीं मिल रही है, तो ऐसी स्थिति में प्रत्येक मंगलवार को “अष्ट-सिद्धि नवनिधि के दाता। अस बर दीन जानकी माता।।” हनुमान चालीसा के इस चौपाई का अनुसरण करें. यदि आप शत्रुओं से परेशान हैं तो ऐसी स्थिति में प्रत्येक मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान चालीसा के “भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचंद्रजी के काज संवारे।।” का अनुसरण करें.
अगर आप विद्या और धन की प्राप्ति करना चाहते हैं, तो ऐसी स्थिति में “विद्यावान गुनी अति चातुर। रामकाज करीबे को आतुर।।” हनुमान चालीसा के इस चौपाई का अनुसरण करना चाहिए. ऐसा करने से हनुमान जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है और सभी तरह के कष्ट दूर होते हैं.

