चंडीगढ़: हिमाचल प्रदेश में वर्षा संबंधी घटनाओं के कारण राज्य को ४,०७९ करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इस मानसून की शुरुआत जून २० को हुई थी, जिसके बाद इस मानसून के दौरान ४५ बादलों के टूटने, ९५ तेज बारिश और १३५ बड़े भूस्खलन हुए। राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र के मुताबिक, राज्य में वर्षा संबंधी घटनाओं और सड़क दुर्घटनाओं में ३६६ लोगों की मौत हुई है। इनमें से २०३ लोग वर्षा संबंधी घटनाओं में मारे गए, जिनमें ४२ भूस्खलन में मारे गए, १७ बादलों के टूटने में मारे गए और ९ तेज बारिश में मारे गए, ४१ लोग अभी भी लापता हैं। १६३ लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए। कुल मिलाकर ६,०२५ घर और 455 दुकानें या फैक्ट्रियां पूरी या आंशिक रूप से नुकसान का शिकार हुई हैं। कुल ८६९ सड़कें, जिनमें तीन राष्ट्रीय राजमार्ग, मंडी-धार्मपुर रोड, पुराना हिंदुस्तान-तिब्बत रोड और ऑट-सैनज रोड शामिल हैं, बंद हैं। कुल मिलाकर सबसे अधिक संख्या में २२७ सड़कें कुल्लू में बंद हैं, इसके बाद १९१ सड़कें मंडी, १५४ सड़कें शिमला और ११६ सड़कें चंबा में बंद हैं।

पंजाब सरकार जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों से किसानों को मिट्टी को निकालने और निकाली गई मिट्टी को बेचने के लिए नीति लाने की योजना बना रही है।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के कार्यकाल के दौरान हुए भारी बाढ़ से प्रभावित किसानों को राहत देने…