high cholesterol to unclogged Arteries Angioplasty is only option these 5 symptoms are indication | कोलेस्ट्रॉल से बंद नसों को खोलने के लिए करानी पड़ेगी एंजियोप्लास्टी, ये हैं 5 संकेत

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high cholesterol to unclogged Arteries Angioplasty is only option these 5 symptoms are indication | कोलेस्ट्रॉल से बंद नसों को खोलने के लिए करानी पड़ेगी एंजियोप्लास्टी, ये हैं 5 संकेत



एंजियोप्लास्टी कोरोनरी धमनियों (हार्ट के मसल्स को ऑक्सीजन और न्यूट्रीएंट्स पहुंचाने वाले खून की नस) को खोलने के लिए किया जाता है. यह ओपन-हार्ट सर्जरी के बिना हार्ट मसल्स में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने के लिए किए जाने वाला एक शार्टकट मेडिकल प्रोसेस होता है. 
एंजियोप्लास्टी को परक्यूटीनियस कोरोनरी इंटरवेंशन भी कहा जाता है. इसकी जरूरत का फैसला डॉक्टर जैसे एंजियोग्राफी, स्ट्रेस टेस्ट और ईसीजी जैसे टेस्ट के रिजल्ट के आधार पर करते हैं. लेकिन कुछ लक्षण के आधार पर भी इसका अनुमान लगाया जा सकता है. 
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एंजियोप्लास्टी की जरूरत के संकेत
एंजाइना या सीने में दर्द
सीने में दबाव, जकड़न या दर्द एंजाइना कहलाता है और यह दिल की धमनियों में ब्लॉकेज का संकेत हो सकता है. यह दर्द अक्सर छाती के बीच में महसूस होता है और कुछ मामलों में हाथ, गर्दन या पीठ तक भी फैल सकता है. इसके साथ थकान, सांस फूलना, जी मचलाना और पसीना आना जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं.
पैरों में दर्द या सुन्नता
अगर आपके पैरों में चलते समय दर्द होता है, तो यह ‘पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (PAD) का संकेत हो सकता है. यह बीमारी भी ब्लड फ्लो की कमी के कारण होती है और समय के साथ गंभीर रूप ले सकती है. ऐसे में एंजियोप्लास्टी जरूरी होता है. 
लगातार कमजोरी
अगर बिना किसी कारण के लंबे समय तक कमजोरी महसूस हो रही है, तो यह दिल से जुड़ी समस्या हो सकती है. खासकर अगर इसके साथ सांस फूलना, चक्कर आना या बिस्तर पर लेटे हुए भी सांस की दिक्कत हो रही है. ऐसे में हार्ट डिजीज की हिस्ट्री होने पर डॉक्टर एंजियोप्लास्टी के लिए टेस्ट के लिए कह सकते हैं. 
ब्लड प्रेशर कंट्रोल से बाहर होना 
लगातार हाई ब्लड प्रेशर हार्ट पर दबाव बढ़ा देता है और इसकी कार्यक्षमता को प्रभावित करता है. अगर ब्लड प्रेशर लंबे समय तक कंट्रोल न रहे, तो दिल का दौरा या स्ट्रोक हो सकता है. ऐसे में एंजियोप्लास्टी के जरिए हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे को कम करने की कोशिश की जाती है.
नींद में सांस रुकना
अगर नींद के दौरान सांस बार-बार रुकती है, तो यह ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया हो सकता है. इससे ब्रेन और हार्ट तक ऑक्सीजन की कमी हो सकती है, जिससे दिल की धड़कन अनियमित हो जाती है. ऐसे में कंडीशन को बेहतर करने के लिए एंजियोप्लास्टी की सलाह डॉक्टर दे सकते हैं.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.
 



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