आईपीएल 2025 में अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से तहलका मचाने वाले साउथ अफ्रीका के विकेटकीपर-बल्लेबाज हेनरिक क्लासेन ने हाल ही में इंटरनेशनल क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी. वह टेस्ट क्रिकेट को 2024 में अलविदा कह चुके थे. अब उन्होंने संन्यास लेने के पीछे के कारण का भी खुलासा कर दिया है. उन्होंने कोचिंग में बदलाव और इंटरनेशनल प्रतिबद्धताओं के साथ-साथ प्रमुख टी-20 लीगों में उनकी भागीदारी को लेकर क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के साथ समझौता न हो पाने का हवाला दिया.
अचानक ले लिया संन्यास
33 साल के इस विस्फोटक बल्लेबाज ने अचानक संन्यास लेकर फैंस को हैरान कर दिया. क्लासेन 2022 से व्हाइट बॉल क्रिकेट में शानदार फॉर्म में दिखे हैं. उन्होंने टी20 क्रिकेट उन्होंने दक्षिण अफ्रीका और विभिन्न फ्रैंचाइज़ियों के लिए 145 मैचों में 3833 रन बनाए हैं. इस दौरान उनका 35.49 का प्रभावशाली औसत और 158.19 का स्ट्राइक रेट रहा, जिसमें तीन शतक और 25 अर्धशतक शामिल रहे. 2023 से वनडे में क्लासेन ने 30 मैचों में 51.73 के औसत और 135.58 के स्ट्राइक रेट से 1345 रन बनाए, जिसमें तीन शतक और सात अर्धशतक शामिल हैं.
ऐसा रहा करियर
उनका वनडे करियर 60 मैचों में 43.69 की औसत से 2141 रन के साथ समाप्त हुआ, जिसमें चार शतक और 11 अर्धशतक शामिल हैं. टी20 इंटरनेशनल मैचों में उन्होंने 81 के बेस्ट स्कोर और पांच अर्धशतकों के साथ 1000 रन बनाए. इस दौरान 141.84 का स्ट्राइक रेट रहा. उन्होंने 2023 में सुपरस्पोर्ट पार्क में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 174 रनों की पारी खेली थी, जो उनके करियर की एक बड़ी उपलब्धि रही. वह वनडे में नंबर पांच पर बल्लेबाजी करते हुए दूसरा सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाले बल्लेबाज हैं.
संन्यास लेने की वजह
क्लासेन ने अपने संन्यास के पीछे मुख्य रूप से परिवार के साथ अधिक समय बिताने की इच्छा और खेल में कम आनंद महसूस करना बताया है. उन्होंने एक बयान में कहा, ‘यह मेरे लिए एक दुखद दिन है, क्योंकि मैंने इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर रहने का फैसला किया है. मुझे यह तय करने में बहुत समय लगा कि मेरे और मेरे परिवार के लिए भविष्य में क्या सबसे अच्छा है. यह वास्तव में एक बहुत ही कठिन निर्णय था, लेकिन एक ऐसा भी जिससे मुझे पूरी शांति है.’
उन्होंने कहा, ‘चैंपियंस ट्रॉफी से पहले रॉब (वॉल्टर) के साथ मेरी लंबी बातचीत हुई थी और मैंने उनसे कहा कि जो कुछ हो रहा है, उसके बारे में मैं दिल से अच्छा महसूस नहीं कर रहा हूं. मैं इसका उतना आनंद नहीं ले रहा था. हमने अच्छी तरह से बात की. हमने 2027 में होने वाले विश्व कप तक और उसमें शामिल सभी चीजों की अच्छी तरह से योजना बनाई. इसलिए जब उन्होंने कोच के रूप में अपना कार्यकाल समाप्त किया और बातचीत [क्रिकेट साउथ अफ्रीका के साथ) प्लान के अनुसार नहीं हुई, तो इससे मेरा निर्णय बहुत आसान हो गया.’