कमरख पौधा एक ऐसा पौधा है जो न सिर्फ आपके घर की शोभा बढ़ाएगा बल्कि सेहत के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं है। यह पौधा सर्दी-जुकाम, हड्डियों की कमजोरी और पोषक तत्वों की कमी जैसी परेशानियों को दूर करने में बेहद असरदार है। आइए जानते हैं कि कैसे यह पौधा आपके गार्डन में लगाकर सेहत और लाभ दोनों दे सकता है।
कमरख पौधे के औषधीय गुणों के बारे में जानकारी नहीं होती है, लेकिन अगर हम इन पौधों के फायदे जान लें तो कई बीमारियों से प्राकृतिक रूप से राहत पा सकते हैं। कमरख का पौधा उत्तर भारत के कुछ इलाकों में ही पाया जाता है, लेकिन इसके औषधीय गुण इसे बेहद खास बनाते हैं। इसका फल खट्टा-मीठा होता है और स्वाद के साथ-साथ यह शरीर के लिए भी लाभदायक है।
कमरख पौधा कैसे लगाएं?
पर्यावरणविद् डॉक्टर कौशलेंद्र बताते हैं कि कमरख पौधा आप सिर्फ ₹100 में खरीद सकते हैं। यह पौधा तीन साल में पूरी तरह तैयार होकर फल देना शुरू कर देता है। शुरुआत में इसके फल हरे रंग के होते हैं, जो पकने पर नारंगी और पीले हो जाते हैं। इसे लगाने का सबसे अच्छा समय बारिश का मौसम माना जाता है, हालांकि इसे किसी भी सीजन में लगाया जा सकता है। डॉक्टर कौशलेंद्र के मुताबिक, यह पौधा सुल्तानपुर के अमहट स्थित नर्सरी में आसानी से उपलब्ध है।
कमरख के औषधीय फायदे
डॉ. कौशलेंद्र के अनुसार, कमरख का फल सर्दी-जुकाम को दूर करने में काफी असरदार होता है। जिन लोगों को इस्नोफीलिया की समस्या रहती है, उनके लिए यह फल किसी रामबाण से कम नहीं है। इस फल में कैल्शियम, प्रोटीन, आयरन, विटामिन के कई प्रकार और खनिज तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के पोषक तत्वों की कमी को दूर करते हैं। यह हड्डियों को मजबूत बनाता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इसलिए इसे अपने आहार में शामिल करना सेहत के लिए बहुत लाभदायक होता है।
साल में दो बार आता है फल
कमरख पौधा बहुत कम खर्च में तैयार किया जा सकता है। इसे जैविक खाद से देखभाल करते हुए सामान्य रूप से लगाया जा सकता है। यह पौधा साल में दो बार फल देता है — जुलाई-अगस्त और दिसंबर-जनवरी में। एक बार में करीब 10 किलोग्राम तक फल मिलते हैं, यानी पूरे साल में लगभग 20 किलोग्राम तक उत्पादन संभव है। यह पौधा न सिर्फ पर्यावरण को हरा-भरा बनाता है बल्कि सेहत और आमदनी दोनों के लिए फायदेमंद है।

