हाथरस. भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी. हाईकमान ने हाथरस में वर्तमान सांसद राजवीर दिलेर का टिकट काटकर प्रदेश सरकार के राजस्व मंत्री अनूप वाल्मीकि को दिया है. हाथरस लोकसभा सीट पर सपा ने अपना सबसे पहले प्रत्याशी घोषित कर दिया था. उसके बाद बसपा ने अपना प्रत्याशी उतार दिया. सबकी नजरें भाजपा के फैसले पर टिकी थी. ऐसे में बीजेपी ने अनूप वाल्मीकि को उम्मीदवार बनाया है.

बीजेपी ने अलीगढ़ की खैर विधानसभा के विधायक और प्रदेश सरकार के राजस्व मंत्री अनूप वाल्मीकि को हाथरस से मैदान में उतारा है. वह भी अलीगढ़ के रहने वाले हैं. हालांक पहले यही चर्चा थी कि अनूप वाल्मीकि को भाजपा मैदान में उतार सकती है. आखिर में रविवार को सभी अफवाहों पर विराम लग गया. लोग जिसका कयास लगा रहे थे वहीं हुआ.

स्थानीय प्रत्याशी की हो रही थी मांगलोकसभा चुनाव आते ही हाथरस के लोग स्थानीय प्रत्याशी की मांग रहे थे, क्योंकि 2019 में भाजपा ने अलीगढ़ के रहने वाले राजवीर दिलेर को मैदान में उतारा था. उस समय कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया था. इसलिए इस बार शहर के तालाब चौराहा पर भी पोस्टर लगा दिये गये थे कि बाहरी प्रत्याशी मंजूर नहीं होगा. स्थानीय प्रत्याशी को टिकट दिया जाये.

फीकी हुई दावेदारों की होलीहाथरस सीट पर भाजपा से टिकट मांगने वालों की लंबी कतार थी. इसमें वर्तमान सांसद राजवीर दिलेर, सदर विधायक अंजुला सिंह माहौर, पूर्व सांसद राजेश दिवाकर, मंजू दिलेर, रामवीर सिंह भैयाजी सहित करीब सत्तर से अधिक दावेदार थे, लेकिन इन सभी दावेदारों की होली फीकी हो गई. सभी दावेदार अपनी अपनी टिकट पक्की मानकर चल रहे थे.

सपा के बाद भाजपा ने भी लगाया वाल्मीकि पर दांवसबसे पहले सपा ने जसवीर वाल्मीकि को मैदान में उतार दिया. हालांकि वह स्थानीय नहीं है. वह मूलरुप से सहारनपुर के देवबंद के रहने वाले है. भाजपाई यह कयास लगा रहे थे कि सपा वाल्मीकि पर दांव लगा चुकी है. इसलिए भाजपा वाल्मीकि की जगह किसी दूसरे जाति के प्रत्याशी को मैदान में उतारेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. वाल्मीकि की जगह भाजपा ने वाल्मीकि ही मैदान में उतारा है.

वर्तमान सांसद को नहीं मिला पिता की सियासत का ज्यादा लाभराजवीर दिलेर को अपने पिता की सियासत का कोई ज्यादा लाभ नहीं मिल सका. पार्टी ने सबसे पहले उन्हें 2017 में इगलास विधायक से मैदान में उतारा और वह चुनाव भी जीत गये. मगर अचानक से 2019 में भाजपा ने राजवीर दिलेर को हाथरस लोकसभा से मैदान में उतार दिया. वह करीब ढ़ाई लाख वोटों से चुनाव जीत गये. राजवीर दिलेर के पिता किशन लाल दिलेर भाजपा की टिकट पर अलीगढ़ की कोल विधानसभा से पांच बार विधायक रहे और हाथरस लोकसभा से लगातार चार बार सांसद रहने का रिकार्ड भी उनके नाम है. लेकिन उन्हें अपने पिता की सियासत का ज्यादा फायदा नहीं मिल सका.

तीनों ही दलों ने उतारे बाहरी प्रत्याशीभाजपा, सपा और बसपा तीनों ही दलों ने किसी स्थानीय प्रत्याशी को टिकट नहीं दिया है. सपा प्रत्याशी जसवीर वाल्मीकि सहारनपुर के रहने वाले है. भाजपा प्रत्याशी अनूप वाल्मीकि अलीगढ़ के रहने वाले है. बसपा प्रत्याशी हेमबाबू धनगर आगरा के रहने वाले है. हालांकि वह खुद को सादाबाद क्षेत्र के किसी गांव का रहने वाला बताते है, लेकिन वर्तमान में वह बीस पच्चीस साल से आगरा में रहते हैं.
.Tags: 2024 Lok Sabha Elections, Hathras news, UP newsFIRST PUBLISHED : March 25, 2024, 20:44 IST



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