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हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट में अक्सर लोग खा जाते हैं धोखा! जानें दोनों में क्या अंतर है?



Cardiac arrest And Heart Attack: दिल से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में बहुत लोग ये मानते हैं कि हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट एक ही है. हालांकि, ऐसा नहीं है. दोनों अलग-अलग हेल्थ कंडिशन है. इसके बारे में आपको जानना बहुत जरूरी है क्योंकि दोनों का इलाज अलग तरीके से किया जाता है.
कार्डियक अरेस्ट आज के दिनों में बहुत कॉमन हो गया है और उससे भी हैरान कर देने वाली बात ये है कि ये अब युवाओं को अपने चपेट में ले रहा है. यह हार्ट अटैक से ज्यादा सीरियस प्रॉब्लम है. अगर कार्डियक अरेस्ट में मरीज को तुरंत मेडिकल हेल्प नहीं मिलती है तो उसकी मौत भी सकती है. इन दोनों में अगर कुछ सामान हैं, तो सिर्फ एक चीज वो ये कि दोनों ही दिल से संबंधित हैं. आइए अब विस्तार में जानते हैं कि दोनों के बीच में क्या अंतर है.कार्डियक अरेस्टक्या आपको पता है मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव, इंडियन प्लेबैक सिंगर के के, एक्टर पुनीत राजकुमार की मौत की वजह में क्या कॉमन था? वो है कार्डियक अरेस्ट. इस स्थिति में दिल काम कर देना बंद कर देता है यानी दिल धड़कना बंद कर देता है. कार्डियक अरेस्ट के लक्षणों में बेहोशी, सांस न लेना और नाड़ी का बंद होना (पल्स का बंद होना) शामिल हैं. ये एक इमरजेंसी सिचुएशन है और इसमें तुरंत मेडिकल हेल्प की जरूरत होती है. ऐसे सिचुएशन में पल्स भी काम करना बंद कर देता है. इस स्थिति में मरीज को तुरंत CPR और उसके बाद AED दिया जाता है. 
हार्ट अटैकहार्ट अटैक को दिल का दौरा पड़ना भी कहा जाता है. हार्ट अटैक में दिल काम करना बंद नहीं करता है. इसमें आर्टरीज ब्लॉक होने की वजह से खून हार्ट तक नहीं पहुंच पाता है. इसका मतलब अगर खून नहीं पहुंच रहा है तो दिल तक ऑक्सीजन भी नहीं पहुंच रहा है. इसलिए आपने देखा होगा की जब हार्ट अटैक आता है तो लोग बेहोश नहीं होते हैं बल्कि चेस्ट में दर्द होता है और उनकी सांस फूलने लगती है क्योंकि उनके दिल को ऑक्सीजन नहीं मिल रहा है. इसलिए कई बार इन मरीजों को दवा दिया जाता है ताकी उनकी ब्लड क्लॉटिंग कम हो जाए. अगर खून की क्लॉटिंग कम होगी तो दिल को ऑक्सीजन मिलेगा. 
इसलिए ये कहा जा सकता है कि हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट जितना खतरनाक सिचुएशन नहीं है. लेकिन खास बात ये है कि हार्ट अटैक की वजह से कार्डियक अरेस्ट हो सकता है. ये दोनों ऐसी स्थितियां हैं जिसमें बिना लेट किए तुरंत डॉक्टर का परामर्श लेना चाहिए.
Disclaimer: प्रिय पाठक, संबंधित लेख पाठक की जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के लिए है. जी मीडिया इस लेख में प्रदत्त जानकारी और सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित समस्या के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.



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