रिपोर्ट: शिवहरि दीक्षित

हरदोई. हरदोई में लक्ष्मी शुगर मिल की चीनी तो फेमस थी ही साथ ही यहां से पूरे शहर को रौशन करने की भी व्यवस्थाएं थीं. एक जमाने मे शहर भर में बिजली पहुंचाने का काम इसी मिल का था. आज खुद ही अंधेरे के आगोश में है. दरअसल, हरदोई के लक्ष्मी शुगर मिल की चीनी पूरे एशिया में फेमस थी और इसी वजह से इसे एशिया में नंबर एक होने पर सम्मानित किया गया था. इस मिल की शुरुआत ब्रिटिश काल मे सन 1935 में हुई थी. मगर यह मिल घाटे में जाने की वजह से इसे वर्ष 1999 में बंद कर दिया गया. इस मिल की चीनी कभी को एशिया में नंबर एक पर थी. देश विदेश में इस मिल की चीनी की बहुत ही डिमांड रहती थी.

हरदोई के लक्ष्मी शुगर मिल से हरदोई शहर को बिजली आपूर्ति की जाती थी. जिसकी वजह से पूरा शहर रौशन रहता था. मगर जिस मिल से पूरे शहर को रौशन किया जाता था. आज वह खुद ही अंधेरे के आगोश में पड़ा है. इस मिल में तीन टरबाइन लगी हुई थी. जिससे तैयार होने वाली बिजली को मिल को चलाने व शहर में बिजली आपूर्ति के लिए इस्तेमाल किया जाता था.

बेरोजगार हो गए हजारों कर्मचारीइस मिल के पूर्व कर्मचारी मनोज कुमार बताते हैं कि इस मिल में एक शिफ्ट में लगभग 1500 कर्मचारी काम करते थे जो कि मिल के बंद हो जाने के बाद से बेरोजगार हो गए थे.

लूट खसोट के बाद बंद हो गई मिलश्रीधर शुक्ला बताते हैं कि यह मिल सन 1975 तक तो सही चली. मगर जैसे ही यह सरकार के अधीन हुआ तब से तमाम अधिकारियों के द्वारा इसे लुटा खसोटा गया. कुछ ने इसकी स्थिति सुधारने की भी कोशिश की मगर नाकाम रहे, अंत मे यह 1999 में बंद कर दिया गया.

.Tags: Akhilesh yadav, Hardoi DM, Hardoi News, Sugar mill, Unemployment, UP news, Yogi governmentFIRST PUBLISHED : June 01, 2023, 07:12 IST



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