India vs Australia: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में टीम इंडिया ने ट्रॉफी की तरफ कदम बढ़ा लिए हैं. सेमीफाइनल मैच में हार का पुराना हिसाब करते हुए रोहित एंड कंपनी ने ऑस्ट्रेलिया को रिटर्न टिकट थमाया. सेमीफाइनल की जीत के हीरो विराट कोहली रहे जिन्होंने सूझ-बूझ भरी पारी खेली, उन्होंने 84 रन की पारी खेलने के लिए 98 गेंद खर्च की और स्ट्राइक रोटेशन पर अधिक भरोसा जताया. मैच के बाद कोहली ने राज खोला कि आखिर उन्होंने क्यों तेज तर्रार अंदाज में बैटिंग क्यों नहीं की.
विराट ने लगाए 5 चौके
भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ चैम्पियंस ट्रॉफी सेमीफाइनल में मैच जिताने वाली पारी की तुलना पाकिस्तान के खिलाफ नाबाद शतक से करते हुए कहा कि यहां के हालात में मिली सफलता का सबसे महत्वपूर्ण पहलू स्ट्राइक रोटेट करना रहा. कोहली फिनिशर की भूमिका नहीं निभा सके लेकिन 98 गेंद में 84 रन बनाकर भारत की जीत तय कर दी.
क्या बोले विराट कोहली?
प्लेयर आफ द मैच का पुरस्कार जीतने के बाद उन्होंने कहा, ‘यह पारी पाकिस्तान के खिलाफ खेली गई पारी जैसी थी. यह हालात को समझने और स्ट्राइक रोटेट करने की बात थी क्योंकि इस पिच पर साझेदारियां अहम थी. यह सब यहां के हालात पर निर्भर करता है. मेरी टाइमिंग और पिच पर रवैया यही था कि हड़बड़ी नहीं करनी है. जितने एक एक रन मैंने लिए हैं, वह मुझे सबसे ज्यादा खुशी दे रहे हैं.’
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शतक से चूके कोहली
उन्होंने कहा, ‘यह खेल दबाव के बारे में है. आपको जज्बात पर काबू पाना होता है. जब रनरेट छह रन प्रति ओवर था, मैं तब भी विचलित नहीं हुआ. मुझे नहीं पता, यह आप सोचो । मैने कभी इस पर फोकस नहीं किया. जब आप उन उपलब्धियों के बारे में नहीं सोचते तो वे मिल जाती हैं. अगर मैं शतक बनाता तो अच्छा रहता लेकिन जीत उससे महत्वपूर्ण है. मेरे लिये अब वो सब चीजें मायने नहीं रखतीं.’
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