शाश्वत सिंह/झांसी. झांसी के साहित्यकारों को मंच प्रदान करने के लिए शुरू की गई ‘गुमनाम से नाम की ओर’ योजना अपना असर दिखाने लगी है. झांसी के साहित्यकार आरिफ शहडोली जो लंबे समय से अपनी किताब प्रकाशित होने का इंतजार कर रहे थे उनका सपना इस योजना की वजह से पूरा हो गया है. आरिफ शहडोली की किताब ‘झांसी के राजा’ प्रकाशित हो चुकी है. अनामिका प्रकाशन द्वारा प्रकाशित यह किताब अब बाजार में उपलब्ध है.आरिफ शहडोली ने बताया कि झांसी की रानी पर तो कई किताबें लिखी जा चुकी है लेकिन झांसी के राजा गंगाधर राव के जीवन पर बहुत कम किताबें हैं. झांसी के राजा खुद एक रंगकर्मी थे. उनके जीवन का वर्णन आरिफ ने नाटक के माध्यम से किया है. इसके अलावा उन्होंने अपनी किताब में उन रंगकर्मियों का भी वर्णन किया है जो 1857 की क्रांति में अपना योगदान दिए. इस किताब में उन्होंने राजा गंगाधर राव के जीवन के कई अनछुए पहलुओं का भी जिक्र किया है.गुमनाम साहित्यकारों को मिला मंच‘गुमनाम से नाम की ओर’ योजना के तहत प्रकाशित यह किताब अब बाज़ार में उपलब्ध है. आरिफ शहडोली कहते हैं कि इस योजना से कई साहित्यकारों को फायदा हुआ है जो अपनी पुस्तक प्रकाशित करवाने का इंतजार लंबे समय से कर रहे थे. उन्होंने कहा कि वह खुद 19 पुस्तकें लिख चुके हैं लेकिन आज तक प्रकाशक ना मिल पाने की वजह से पुस्तक प्रकाशित नहीं हो पाई. अब इस योजना की वजह से उनकी पहली किताब बाजार में आई है..FIRST PUBLISHED : August 18, 2023, 21:42 IST
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