अक्सर लोग ब्रश करते समय या कुछ ठोस खाने पर मसूड़ों से खून आने की समस्या को नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह समस्या दांतों और पूरे ओरल हेल्थ के लिए गंभीर खतरे का संकेत हो सकती है. मसूड़ों की सूजन, दर्द और ब्लीडिंग न केवल खाने-पीने में तकलीफ देती है, बल्कि आपकी मुस्कान की खूबसूरती भी छीन सकती है. अच्छी बात यह है कि इसके लिए आपको महंगे टूथपेस्ट या डॉक्टर के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं, बल्कि इसका समाधान आपकी रसोई में ही छुपा हुआ है.
डेंटल एक्सपर्ट्स के मुताबिक मसूड़ों से खून आने की सबसे बड़ी वजहें हैं प्लाक जमना, विटामिन-सी व के की कमी, हार्मोनल बदलाव और कई बार गलत ब्रशिंग टेक्निक. अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो यह पायरिया, दांतों का हिलना और मुंह की बदबू जैसी समस्याओं में बदल सकती है. अब जानते हैं कि आपकी किचन में कौन-कौन सी चीजें मसूड़ों की इस तकलीफ में रामबाण इलाज साबित हो सकती हैं:
1. हल्दीहल्दी में मौजूद कर्क्यूमिन एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है. एक चुटकी हल्दी को पानी या नारियल तेल में मिलाकर पेस्ट बनाएं और मसूड़ों पर लगाएं. सूजन और ब्लीडिंग में राहत मिलेगी.
2. लौंगलौंग का तेल या उसका पाउडर मसूड़ों पर लगाने से दर्द और खून आना दोनों में राहत मिलती है. इसमें यूजेनॉल नामक तत्व होता है जो नेचुरल पेनकिलर की तरह काम करता है.
3. नमक और गुनगुना पानीएक गिलास गुनगुने पानी में आधा चम्मच नमक मिलाकर गरारे करें. यह सबसे आसान और असरदार घरेलू उपाय है जो मसूड़ों से खून और सूजन को कम करता है.
4. नीम की दातून या पेस्टनीम में बैक्टीरिया से लड़ने की ताकत होती है. नीम की दातून या उसका पेस्ट नियमित रूप से इस्तेमाल करने से मसूड़ों की समस्या में सुधार आता है.
5. विटामिन-सी से भरपूर फलनींबू, आंवला, संतरा जैसे खट्टे फलों का सेवन मसूड़ों को अंदर से मजबूत करता है और ब्लीडिंग की समस्या को रोकता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
Police conducting search operation in Faridabad after recovery of huge cache of explosives
The blast in Delhi occurred hours after the recovery of 2,563 kg of explosives and inflammables from Dahar…

