गुजरात में असामान्य वर्षा ने कई जिलों में तबाही मचा दी है, खड़े फसलों को नुकसान पहुंचाया है और हजारों किसानों को दुखी कर दिया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने तेजी से अपने मंत्रिमंडल को सक्रिय किया, जिससे मंत्रियों को मैदान में भेजा गया ताकि सीधे आकलन किया जा सके। बताया जा रहा है कि लगभग 10 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि प्रभावित हुई है, इस कारण राज्य सरकार ने अब एक सप्ताह का आकलन कराने की मंजूरी दी है ताकि नुकसान का मूल्यांकन किया जा सके और किसानों को तेजी से मुआवजा पहुंचाया जा सके। गुजरात में पिछले कई दिनों से असामान्य वर्षा हो रही है, जिससे राज्य की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। कृषि के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में तापी, नवसारी, गिर सोमनाथ, अमरेली, भावनगर और सूरत में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे किसान समुदाय की पीठ को हिला दिया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए अपने मंत्रियों को प्रभावित क्षेत्रों में फैलने का निर्देश दिया और उन्हें जमीन पर फसलों के नुकसान और किसानों की कठिनाइयों का आकलन करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री के आदेशों के अनुसार, वरिष्ठ मंत्रियों ने किसानों से बातचीत की और जमीन पर फसलों के नुकसान और किसानों की कठिनाइयों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
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महिला डॉक्टर की आत्महत्या मामले में भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग बढ़ रही है। शिवसेना (यूबीटी)…

