Last Updated:July 14, 2025, 19:27 ISTGround Report: फर्रुखाबाद के श्रृंगीरामपुर घाट पर सावन में हजारों श्रद्धालु जल भरने आते हैं, लेकिन टूटी सड़कें, कीचड़ और गंदगी उनकी आस्था की राह में बाधा बन रही हैं. हाइलाइट्सफर्रुखाबाद के श्रृंगीरामपुर गंगातट पर कांवड़ मेला शुरू हो गया है.बारिश में मुख्य मार्ग पर कीचड़ और गंदा पानी भरा हुआ है.मध्यप्रदेश, यूपी और आसपास से हजारों शिव भक्त पहुंचे.फर्रुखाबाद: श्रावण मास के पवित्र दिनों में भगवान शिव के भक्त आस्था के रंग में रंगे होते हैं. उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले का श्रृंगीरामपुर गंगाघाट इस समय श्रद्धा और बदइंतजामी की दोहरी परीक्षा से गुजर रहा है. हर हफ्ते शुक्रवार से रविवार तक लगने वाले कांवड़ मेले में हजारों की संख्या में श्रद्धालु मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और अन्य जिलों से जल भरने आते हैं, लेकिन यहां की टूटी सड़कें, कीचड़, और गंदगी श्रद्धालुओं के उत्साह पर पानी फेर रही हैं.
मुख्य मार्ग पर भरा कीचड़श्रृंगीरामपुर घाट को जाने वाला मुख्य मार्ग कीचड़ और गंदे पानी से भरा पड़ा है. लोकल18 की टीम से बात करते हुए विक्रम सिंह ने बताया कि वह घाट से फर्रुखाबाद जा रहे थे, लेकिन सड़क पर भरा कीचड़ पैदल चलने वालों और वाहनों दोनों के लिए मुश्किलें पैदा कर रहा है. आसपास के घरों से बहकर आ रहा गंदा पानी श्रद्धालुओं की आस्था को भी चोट पहुंचा रहा है. बावजूद इसके प्रशासन द्वारा सफाई और मरम्मत का कोई इंतजाम नहीं किया गया.
श्रद्धा की भूमि, लेकिन सुविधाओं का टोटा
श्रृंगी ऋषि की तपोस्थली मानी जाने वाली श्रृंगीरामपुर आध्यात्मिक अनुभव और साधना का केंद्र है. यहां श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित करते हैं और श्रृंगी ऋषि मंदिर में दर्शन करते हैं. लेकिन गंदगी और अव्यवस्थाओं के चलते श्रद्धा भी अब संघर्ष में बदलती नजर आ रही है.
प्रशासन की लापरवाही आई सामनेजिला पंचायतराज अधिकारी और खंड विकास अधिकारी को गंगा घाट तक के कच्चे मार्ग का समतलीकरण कराने के निर्देश दिए गए हैं, वहीं थानाध्यक्ष को सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. उपजिलाधिकारी सदर रजनीकांत पांडे भी मौके पर मौजूद रहे, लेकिन अब तक ठोस कार्रवाई नहीं हुई.
सड़कें टूटी, रास्ते बंद, श्रद्धालु बेहाल
फतेहगढ़-छिबरामऊ मार्ग से होकर आने वाले श्रद्धालुओं को भी बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. रास्ते में पड़ने वाले बरिया नगला में तालाब की सफाई नहीं हुई है जिससे सड़क पर पानी भर गया है. ग्राम प्रधान अवनीश कुमार पिंटू यादव ने स्पष्ट कहा कि जब तक श्रृंगीरामपुर तक की सड़क सही नहीं होगी, तब तक श्रद्धालु परेशान होते रहेंगे.
पर्यटन विभाग ने क्या कहा?जिला पर्यटन विभाग के कोऑर्डिनेटर संदीप कुमार चौरसिया ने लोकल18 से बात करते हुए बताया कि इस ऐतिहासिक स्थल पर न केवल जिले के भीतर से, बल्कि भिंड, मुरैना, ग्वालियर और आसपास के अन्य जिलों से भी करीब 25,000 से अधिक श्रद्धालु पहुंचते हैं. इसी एक मार्ग से आना-जाना होने के कारण सड़क की दुर्दशा तीर्थयात्रियों की आस्था को आहत कर रही है.Location :Farrukhabad,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshGround Report: श्रृंगीरामपुर में टूटी आस्था की डगर! सड़कों पर गंदगी का सैलाब