महराजगंज: महराजगंज जिले के निचलौल तहसील के सामने की सड़क आजकल लोगों के लिए सिरदर्द बन चुकी है. यहां की सड़क ऐसी हालत में है कि लोग रोज़ इसे कोसते हैं, लेकिन सुधार की उम्मीद न के बराबर दिखती है. ये सड़क न सिर्फ तहसील के सामने से गुजरती है. यही वो रास्ता है, जिससे हजारों लोग रोज़ सरकारी काम, स्कूल, कॉलेज या व्यापार के लिए गुजरते हैं. सड़क की हालत देखकर लगता है, जैसे किसी जंग लगे मैदान में चल रहे हों.गड्ढों की संख्या इतनी है कि यह पहचानना मुश्किल हो जाता है कि सड़क है या गड्ढा. हर 5 मीटर पर झटका और हर 10 मीटर पर पानी से भरे गड्ढे, यही इस रास्ते की असली तस्वीर है. बरसात का मौसम आते ही यह स्थिति और खराब हो जाती है, जब गड्ढे पानी से भर जाते हैं और सड़क गायब हो जाती है. कई बार दोपहिया वाहन फिसल जाते हैं और लोग चोटिल हो जाते हैं.
गंदगी और बदबू ने किया खराब माहौलइस इलाके में सिर्फ सड़क ही नहीं, नालियों की हालत भी बदतर है. महीनों से सफाई नहीं हुई है और जगह- जगह नालियां जाम पड़ी हैं. इनमें सड़ी गली चीज़ें और प्लास्टिक जमा है, जिससे चारों तरफ बदबू फैली रहती है. स्थानीय दुकानदार बताते हैं कि ग्राहक आना तो चाहते हैं, लेकिन बदबू और गंदगी की वजह से यहां रुकना मुश्किल हो जाता है.
एक दुकानदार रामलाल ने लोकल18 से बातचीत में कहा, “सड़क और नाली दोनों की हालत ऐसी है कि खुद भगवान भी आकर कह दें कि यहां चल लो, तो भी लोग पीछे हट जाएं.”
सड़क पर चलना हुआ चुनौतीइस रास्ते से स्कूली बच्चे, कॉलेज स्टूडेंट, बुजुर्ग महिलाएं और व्यापारी रोज गुजरते हैं. सड़क की हालत ऐसी है कि पैदल चलने में भी डर लगता है, वाहन से चलना तो और भी मुश्किल है. अक्सर बुजुर्ग लोग गड्ढों की वजह से लड़खड़ाकर गिर जाते हैं और कई महिलाएं अपने बच्चों को लेकर इसी सड़क पर काफी परेशान दिखती हैं.
स्थानीय निवासी जितेंद्र सिंह ने बताया, “हम रोज़ तहसील किसी न किसी काम से आते हैं. लेकिन यह रास्ता अब इंसान की नहीं, गाड़ी और हड्डियों की परीक्षा लेने वाला हो गया है.”
प्रशासन मौन, जनता परेशानसबसे बड़ी हैरानी की बात यह है कि ये सड़क किसी गांव के कोने में नहीं, बल्कि तहसील के मुख्य द्वार के सामने है. इसके बावजूद यहां कोई देखभाल नहीं हो रही. ऐसा नहीं है कि स्थानीय लोग आवाज़ नहीं उठा रहे, लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई सुनवाई नहीं की है.
लोगों की मांग है कि इस सड़क की मरम्मत जल्द हो और नालियों की सफाई नियमित रूप से की जाए ताकि बीमारी न फैले और लोग चैन से अपने काम कर सकें. वरना अगर यही हाल रहा तो आने वाले समय में यह जगह अस्पताल के सामने वाले रास्ते जैसी बदनाम हो जाएगी.