Last Updated:July 09, 2025, 14:16 ISTइस जुलाई में जहां चारों तरफ अच्छी बारिश हो रही है वहीं शाहजहांपुर के किसानों को मौसम और बिजली विभाग ने धोखा दे दिया है. जहां एक तरफ विद्युत विभाग दावा कर रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे सप्लाई दी जा रही…और पढ़ेंशाहजहांपुर : जुलाई के महीने में लगभग 10 दिन खत्म होने वाला है. यूपी में मानसून दस्तक दे चुका है. कई जिलों में भीषण बारिश भी हो रही है लेकिन शाहजहांपुर जिले में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है और बिजली कटौती के चलते लोग परेशान हैं. गौरतलब है कि इन दिनों खरीफ की मुख्य फसल धान की रोपाई हो रही है, लेकिन बिजली कटौती की वजह से किसानों की फसलें सूख रही हैं. किसानों का कहना है कि बार-बार बिजली कटने से उनके खेतों में सिंचाई नहीं हो पा रही है. जबकि विद्युत विभाग दावा कर रहा है कि शहरी क्षेत्र में 24 घंटे, नगर पंचायत और नगर पालिका क्षेत्र में 21 घंटे और ग्रामीण क्षेत्र में 18 घंटे बिजली की आपूर्ति की जा रही है. लेकिन सच्चाई इसके बिल्कुल उलट है.
चंदपई गांव के किसान रनजोध सिंह ने बताया कि उन्होंने अपने 7 एकड़ खेत में धान की फसल लगाई है. बार-बार हो रही बिजली कटौती की वजह से धान की फसल में पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है, जिससे फसल की ग्रोथ प्रभावित हो रही है. विभाग के कर्मचारियों को फोन कर बार-बार लगने वाले कट के बारे में पूछा जाता है तो वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं देते. बिजली न मिलने की वजह से वह पंपिंग सेट चलाकर फसलों की सिंचाई कर रहे हैं, जो बिजली के मुकाबले काफी महंगा पड़ता है.
जर्जर लाइनों की नहीं हो रही मरम्मत
वहीं किसान करमजीत सिंह ने बताया कि हमारे यहां बिजली की आपूर्ति सिंधौली विद्युत उपकेंद्र से की जाती है जबकि 2 किलोमीटर दूरी पर मुड़िया पवार विद्युत उपकेंद्र भी बना हुआ है. लेकिन हमें सप्लाई सिंधौली विद्युत उपकेंद्र से दी जा रही है जो कि करीब 7 से 8 किलोमीटर की दूरी पर है. लाइन की लंबाई अधिक है और विद्युत लाइन पुरानी होने की वजह से जर्जर हो चुकी है. बार-बार तार टूट कर गिर जाते हैं और उन्हीं तारों को जोड़कर चला दिया जाता है, जिससे लो वोल्टेज की समस्या रहती है.
ये है लो वोल्टेज का कारणकिसान सरवन सिंह ने बताया कि हमारे यहां लो वोल्टेज की एक बड़ी समस्या है, जिससे ट्यूबवेल नहीं चल पाता है. अगर ट्यूबवेल चलाते भी हैं तो पानी कम देता है, जिससे फसलों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा. बारिश भी हल्की हो रही है. किसानों का आरोप है कि विद्युत विभाग ने एक ही ट्रांसफार्मर पर क्षमता से ज्यादा कनेक्शन दे दिए हैं, जिससे ट्रांसफार्मर ओवरलोड हो जाता है. वोल्टेज में उतार-चढ़ाव आता है, जिससे कई बार ट्यूबवेल में लगा हुआ मोटर खराब हो जाता है. बड़ा ट्रांसफार्मर लगवाने के लिए कई बार विद्युत विभाग से मांग की गई लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई.Location :Shahjahanpur,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshजुलाई में बिजली विभाग ने दिया किसानों को धोखा… 18 घंटे सप्लाई का दावा