Last Updated:July 12, 2025, 14:33 ISTGround report: बरेली स्मार्ट सिटी लिमिटेड कंपनी को हर महीने करीबन 80 लाख रुपए की चपत लग रही है. बरेली के स्मार्ट स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत नगर निगम बरेली में कई सारे प्रोजेक्ट को बनाकर लोगों के सामने खड़ा क…और पढ़ेंयूपी के जिला बरेली में धरातल पर नहीं उतर सके स्मार्ट सिटी बरेली के आमदनी वाले प्रोजेक्ट. नगर निगम बरेली की लेट लतीफी के चलते हर महीने स्मार्ट सिटी लिमिटेड कंपनी को लग रहा है. 80 लाख रुपए से अधिक का झटका. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के कई काम पूरे हो चुके हैं. नाथ नगरी बरेली में लेकिन करीब 1 साल का समय गुजर जाने के बाद भी,लोकसभा चुनाव गुजर जाने के बाद भी लोगों को इसका फायदा नहीं मिलता हुआ नजर आ रहा है. बरेली स्मार्ट सिटी लिमिटेड कंपनी को हर महीने करीबन 80 लाख रुपए की चपत लग रही है. बरेली के स्मार्ट स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत नगर निगम बरेली में कई सारे प्रोजेक्ट को बनाकर लोगों के सामने खड़ा किया है.
स्काईवॉक, सिविल लाइंस पटेल चौक चौराहे पर बना अर्बन हाट, सहित अन्य प्रोजेक्ट भी नगर निगम ने बनाए हैं. स्मार्ट सिटी कंपनी की ओर से करीबन 160 करोड रुपए की लागत से बनवाए गए अर्बन हार्ट को शुरू करने के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर चुके हैं. बेंगलुरु की कंपनी को 30 साल का अनुबंध भी दिया गया है. एजेंसी को हर साल 6 करोड रुपए स्मार्ट सिटी को देना. इस प्रोजेक्ट के तहत अनिवार्य किया गया है.
उद्योग विभाग की जमीन पर बना अर्बन हार्ट स्थानीय ज़री-जरदोजी और हस्त शिल्प कला कारीगरों को सुविधा देने के लिए ही स्मार्ट सिटी कंपनी की ओर से बनाया गया. अर्बन हाट परिसर में बाजार के साथ-साथ मनोरंजन का भी इंतजाम किया गया है. आकर्षित कर जा सके.इसमें आप शॉपिंग के साथ-साथ अपने बच्चों के साथ “एक करोड” रुपए की लागत से बने हुए झूले में भी झूमकर आनंद ले सकते हैं. लेकिन नगर निगम की लापरवाही से अभी तक यह अहम प्रोजेक्ट शुरू नहीं हो पाया है.
160 करोड रुपए में बनेगा अर्बन हार्टनगर निगम का एक और हम प्रोजेक्ट बरेली सिविल लाइंस वार्ड नंबर 9 के तहत पटेल चौक पर स्काईवॉक करीबन 10 करोड रुपए की लागत से नगर निगम के द्वारा बनवाया गया है.इसका भी टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है.लेकिन 5 माह बाद भी एजेंसी ने इसे शुरू नहीं किया है. स्काईवॉक पर करीब 35 दुकानों की स्थापना होनी है. डीडी पुरम में फूड कोर्ट भी बनवाया गया है. यह फूड कोर्ट एक ही छत के नीचे विभिन्न प्रकार के व्यंजन जैसे भारतीय, चाइनीस,कॉन्टिनेंटल और साउथ इंडियन उपलब्ध कराएगा. इनमें 56 दुकान होगी मल्टी लेवल कर पार्किंग की सुविधा भी आने वाले कस्टमर के लोगों को नगर निगम बरेली के द्वारा बनवाकर यह सुविधा भी दी जाएगी. इसमें भी एजेंसी को हिस्सा दिया गया है. जो अपने हिसाब से बदलाव कर रही है. इस कारण इसे भी शुरू अभी तक नहीं किया गया है. करीब 4.30 करोड रुपए की लागत से 2 साल पहले बनकर तैयार हुआ तांगा स्टैंड कमर्शियली कंपलेक्स शर्तों में फंसा कर रह गया है. चार बार टेंडर निकाले गए. अभी तक एक भी फॉर्म आगे नहीं आई इसी कारण आमदनी नहीं हो पा रही है.Location :Bareilly,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshकरोड़ों रुपये खर्च फिर भी शुरू नहीं हो सके स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट,जानें वजह