आजमगढ़: उत्तर प्रदेश का आजमगढ़ रेलवे स्टेशन अब पूरी तरह से बदलने की राह पर है. केंद्र सरकार की अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देश के छोटे और पुराने रेलवे स्टेशनों को आधुनिक रूप दिया जा रहा है. इसी योजना के तहत आजमगढ़ रेलवे स्टेशन का भी पुनर्विकास और सौंदर्यीकरण किया जा रहा है. इसका मकसद है यात्रियों को बेहतर सुविधाएं और एक नया अनुभव देना.
योजना के तहत न सिर्फ स्टेशन की इमारत को नया स्वरूप दिया जा रहा है, बल्कि वहां भोजनालय, प्रतीक्षालय और अन्य यात्रियों के लिए ज़रूरी आधुनिक सुविधाओं का भी निर्माण हो रहा है. आने वाले समय में यह स्टेशन पूरी तरह से स्मार्ट और सुविधा सम्पन्न रूप में सामने आएगा.
करोड़ों की लागत से हो रहा पुनर्विकास
वाराणसी मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने Local 18 को जानकारी देते हुए बताया कि आजमगढ़ रेलवे स्टेशन का विकास कार्य अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत किया जा रहा है. इसके लिए कुल 27.05 करोड़ रुपये की लागत तय की गई है.
इस योजना के तहत स्टेशन को जिले की कला और संस्कृति से जोड़ते हुए नया स्वरूप दिया जाएगा. 8.14 करोड़ रुपये की लागत से स्टेशन भवन को आधुनिक और आकर्षक डिजाइन में बदला जाएगा. वहीं, 1.54 करोड़ रुपये की लागत से नया प्रतीक्षालय बनाया जा रहा है. स्टेशन परिसर में दो नए भोजनालयों का निर्माण भी प्रस्तावित है. ये सभी कार्य नवंबर 2025 तक पूरे कर लिए जाएंगे.
स्टेशन पर मिलेंगी ये सुविधाएं
आजमगढ़ रेलवे स्टेशन को सिर्फ सुंदर ही नहीं, बल्कि अत्याधुनिक भी बनाया जा रहा है. इसके लिए स्टेशन के सरकुलेशन एरिया, संपर्क मार्ग और पैदल यात्रियों के लिए पाथवे बनाने का काम 5.04 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है.
12 मीटर चौड़ा फुटओवर ब्रिज भी बनाया जा रहा है जिसकी लागत 4.07 करोड़ रुपये है और इसका काम मार्च 2026 तक पूरा हो जाएगा. इसके अलावा 4.86 करोड़ रुपये की लागत से प्लेटफॉर्म का सुधार, शेड और फॉल सीलिंग का निर्माण भी किया जाएगा.
यात्रियों को ट्रेनों की लाइव जानकारी देने के लिए डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड, ऑटोमैटिक अनाउंसमेंट सिस्टम, और आरक्षित व अनारक्षित टिकट काउंटर भी बनाए जाएंगे. इन सब पर कुल 93 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं. बुजुर्ग और दिव्यांग यात्रियों के लिए लिफ्ट का निर्माण भी किया जा रहा है जिससे प्लेटफॉर्म बदलने में किसी प्रकार की दिक्कत न हो.
साथ ही स्टेशन परिसर में आधुनिक पार्किंग की सुविधा भी दी जा रही है, जिससे यात्रियों को छोड़ने या रिसीव करने आने वालों को गाड़ियों को खड़ा करने में कोई परेशानी न हो. इससे स्टेशन के बाहर लगने वाला जाम और भीड़ भी काफी हद तक कम होगी. यह पार्किंग व्यवस्था भी नवंबर 2025 तक पूरी की जाएगी. आजमगढ़ रेलवे स्टेशन का यह परिवर्तन सिर्फ शहर की छवि ही नहीं बदलेगा, बल्कि यात्रियों को एक नया और बेहतर अनुभव देगा. अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत हो रहा यह कार्य जिले के लोगों के लिए गर्व की बात है.