Corona Return/आगरा. देश में एक बार फिर कोरोना वायरस सिर उठाने लगा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में एक्टिव केस की संख्या 1000 के पार पहुंच चुकी है. सोमवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, एक्टिव मामलों की संख्या 1010 हो गई है, जो चिंताजनक संकेत है. विशेषज्ञों का कहना है कि ये वायरस भले ही पुराने वेरिएंट्स की तुलना में कम घातक हो, लेकिन इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता. आगरा में भी कोरोना एक मरीज मिला है. यहां कोरोना की वापसी की पुष्टि तब हुई, जब सिकंदरा क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में भर्ती 77 वर्षीय मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव आई. मरीज मूल रूप से फिरोजाबाद का रहने वाला है और कूल्हे की सर्जरी के लिए अस्पताल में भर्ती हुआ था. सर्जरी से पहले बुखार और गले में खराश की शिकायत पर उसकी कोविड जांच कराई गई. निजी लैब की रिपोर्ट में कोविड की पुष्टि होते ही अस्पताल और स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया.
पुष्टि का इंतजार
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मरीज को आइसोलेट कर लिया है और उसके संपर्क में आए डॉक्टरों, स्टाफ और परिजनों के नमूने जांच के लिए एसएन मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब में भेजे जाएंगे. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ने अब तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है.
आगरा कितना तैयार
इस संबंध में Local 18 ने आगरा के ACMO डॉ. अमित रावत से बातचीत की. उन्होंने बताया कि कोविड का वर्तमान वेरिएंट पहले की तुलना में कम खतरनाक है और लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. डॉ. रावत ने बताया कि आगरा में कोविड से निपटने के लिए रैपिड रिस्पांस टीम गठित कर दी गई है, जिसमें डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ शामिल हैं. जिले के मेडिकल कॉलेज में RTPCR जांच की सुविधा है और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आइसोलेशन की व्यवस्था भी की गई है. उन्होंने कहा कि अभी सरकार की तरफ से कोई नई गाइडलाइन नहीं आई है, लेकिन जैसे ही आदेश मिलेंगे, स्वास्थ्य विभाग पूरी तैयारी के साथ व्यवस्थाओं को और दुरुस्त करेगा. लोगों से अपील की गई है कि अफवाह से बचें और सावधानी बरतें.
पहली लहर का हॉटस्पॉट
कोरोना की पहली लहर में आगरा सबसे अधिक प्रभावित शहरों में से एक था. यहां बड़ी संख्या में संक्रमित मामले सामने आए थे. अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल होने के कारण आगरा में देश-विदेश से पर्यटकों की आवाजाही लगातार बनी रहती है, जिससे संक्रमण के फैलाव की संभावना भी अधिक है. ऐसे में पर्यटन स्थलों जैसे ताजमहल पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है. ताजमहल के प्रवेश द्वार पर कोविड जांच के लिए RTPCR टीमों की तैनाती की जा सकती है, ताकि किसी भी संभावित खतरे को समय रहते रोका जा सके.
क्या लक्षण, क्या करें
कोरोना की वापसी निश्चित ही एक चेतावनी है, लेकिन घबराने की नहीं, सतर्क रहने की जरूरत है. मास्क पहनना, भीड़ से बचना और साफ-सफाई बनाए रखना ही फिलहाल सबसे बड़ा बचाव है. प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में हैं. कोविड-19 के लक्षण आम हैं जैसे- बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, बहती या भरी हुई नाक, शरीर में दर्द आदि. एंटीवायरल दवाओं के साथ शुरुआती उपचार गंभीर बीमारी के जोखिम को कम कर सकता है.
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