गोरखपुर यूनिवर्सिटी ने UG फाइनल ईयर के हजारों स्टूडेंट्स को बड़ी राहत दी है. जिन छात्रों को बैक पेपर लगने के कारण साल बर्बाद होने का डर था, उन्हें अब सितंबर में होने वाली स्पेशल बैक एग्जाम में शामिल होने का मौका मिलेगा. इस परीक्षा में कुल 6125 स्टूडेंट्स भाग लेंगे.
गोरखपुर यूनिवर्सिटी के एग्जाम डिपार्टमेंट ने परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी है. सभी परीक्षाएं यूनिवर्सिटी कैंपस में ही होंगी. कॉलेजों के छात्रों को भी आना होगा. परीक्षा को स्मूथ तरीके से कराने के लिए रोज चार शिफ्ट्स में एग्जाम होंगे. यूनिवर्सिटी का टारगेट है कि सभी परीक्षाएं 10 से 12 दिनों में पूरी करा दी जाएं.
इस बार सबसे ज्यादा छात्र थ्योरी सब्जेक्ट्स में परीक्षा देंगे. कुल मिलाकर 233 सब्जेक्ट्स की परीक्षा होगी, जिसमें 151 थ्योरी, 30 माइनर और 52 प्रैक्टिकल सब्जेक्ट्स शामिल होंगे. एग्जाम डिपार्टमेंट ने प्रश्नपत्र तैयार करने और मॉडरेशन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है.
UG के थ्री-ईयर कोर्स (5वें और 6ठे सेमेस्टर) और फोर-ईयर कोर्स (7वें और 8वें सेमेस्टर) में हजारों स्टूडेंट्स को बैक पेपर लग गया था. इससे उनका एक साल खराब होने का खतरा था. लगातार स्टूडेंट्स के विरोध और डिमांड के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने यह फैसला लिया.
कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि स्टूडेंट्स का एक साल वेस्ट न हो, इसके लिए ‘स्पेशल मौका’ दिया गया है. उन्होंने बताया कि बैक पेपर सिस्टम में सुधार करते हुए इसे ज्यादा पारदर्शी और स्टूडेंट-फ्रेंडली बनाया जा रहा है. साथ ही रिजल्ट को टाइम-बाउंड और ज्यादा विश्वसनीय बनाने पर भी काम किया जा रहा है. यह कदम यूनिवर्सिटी के लिए बड़ा बदलाव माना जा रहा है, क्योंकि इससे न केवल हजारों स्टूडेंट्स का साल बच जाएगा, बल्कि बैक पेपर सिस्टम को लेकर लंबे समय से चल रही समस्याओं का समाधान भी मिलेगा.